उद्घाटन के छह दिन पूरे, अभी भी नहीं लगा पूरा मेला

Update: 2017-01-11 00:00 GMT

*ठेकेदार को पैसे देकर घुस रहे हैं वाहन, संचालक मंडल के नहीं होने से कम हो गया कारोबार

*बहुत बदल गया है ग्वालियर का व्यापार मेला


अरूण शर्मा/ग्वालियर।
ग्वालियर का व्यापार मेला पहले के कुछ वर्षों की अपेक्षा बहुत ही बदल गया है। ग्वालियर व्यापार मेला को औपचारिक उद्घाटन के अनुसार 15 दिन और उद्घाटन के अनुसार छह दिन का समय पूरा हो गया है, लेकिन फिर भी मेले के कुछ सेक्टर नहीं लगे हैं। मेला परिसर में अभी शोरूम और दुकानों को तैयार करने का काम चल रहा है। ग्वालियर व्यापार मेले में संचालक मंडल के नहीं होने से मेला का कारोबार 300 करोड़ से अधिक कम हो गया है।

उल्लेखनीय है कि ग्वालियर व्यापार मेले की शुरुआत 16 दिसम्बर से होती है, लेकिन इस बार नोटबंदी की समस्या को लेकर मेला प्राधिकरण द्वारा 25 दिसम्बर से मेला शुरू करने की बात कही गई। वहीं 25 दिसम्बर को औपचारिक रूप से मेले का शुभारंभ भी हो गया और पांच जनवरी को इसका विधिवत शुभारंभ केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर द्वारा किया गया, लेकिन इन सब के उपरांत प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण यह मेला आज तक पूरा नहीं लग पाया है। अभी मेले के अधिकतर सेक्टरों को तैयार करने का कार्य चल रहा है।

500 करोड़ का मेला 200 करोड़ पर आ गया:- ग्वालियर व्यापार मेले में संचालक मंडल के होने से यहां प्रतिवर्ष का व्यापार लगभग 500 करोड़ रुपए का होता था, लेकिन पिछले तीन वर्षों से संचालक मंडल नहीं होने से यहां का कारोबार काफी हद तक प्रभावित हो गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में 500 करोड़ का व्यापार 200 करोड़ पर आ गया है। सूत्रों का कहना है कि ऑटोमोबाइल सेक्टर के मेले में नहीं होने से मेले के कारोबार पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है।
मेला केवल सात फरवरी तक लगेगा:- ग्वालियर का व्यापार मेला केवल सात फरवरी तक लगेगा। वर्तमान समय के अनुसार इस मेले का अब 28 दिन का समय शेष रह गया है। इसके अनुसार व्यापारियों को अपने वर्ष की कमाई इन्हीं दिनों में करना है। मिली जानकारी के अनुसार अगर मेला की तिथि नहीं बढ़ी तो संभवत: नौ या दस फरवरी को मेले की बिजली कट जाएगी और मेला समाप्त होना शुरू हो जाएगा।

अब कोई अधिकारी नहीं आता मेला देखने
नाम नहीं छापने की शर्त पर व्यापारियों ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों ने मेेले को लगाकर छुट्टी पा ली है। अब मेले को कोई भी अधिकारी देखने के लिए नहीं आता है। व्यापारियों ने कहा कि वर्तमान स्थिति के अनुसार प्रशासन के ढुलमुल रवैये से मेला गर्त में जा रहा है। व्यापारियों ने कहा कि संचालक मंडल के होने से हम अपनी बात को सहज रूप से कह सकते थे, लेकिन संभागायुक्त और जिलाधीश से मिलना और समस्या को हल करवाना कोई सरल काम नहीं है।
नहीं सज पाया प्रदर्शनी सेक्टर
ग्वालियर व्यापार मेला में प्रदर्शनी सेक्टर महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस मेले में अभी तक सरकारी विभागों की प्रदर्शनी तक नहीं सज पाई हैं। मेले में लगने वाली अधिकतर प्रदर्शनियों में कामकाज चल रहा है।

बेधडक़ घूम रहे हैं वाहन
प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण वाहन ठेकेदारों द्वारा एक तो मेले में सैलानियों के साथ गुण्डागर्दी की जा रही है वहीं मेला उद्घाटन के उपरांत भी पैसे लेकर मेल परिसर में अंदर वाहनों को घुसने दिया जा रहा है। आज स्थिति यह है कि मेले में कहीं भी वाहन खड़े या घूमते नजर आ रहे हैं।

‘मेला 95 प्रतिशत पूरा लग गया है। जिन शोरूम पर काम चल रहा है, वह एक या दो दिन में पूरा हो जाएगा।’

शैलेन्द्र मिश्रा
सचिव, ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण

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