चिकित्सक नहीं ले रहे रुचि, भेज देते हैं सिविल अस्पताल और बिरला नगर
ग्वालियर। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अनदेखी के चलते स्वास्थ्य सेवाएं लगातार लचर होती जा रही हैं। कई सरकारी अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तो ऐसे हैं जहां कि मरीजों को उपचार और दवाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। यहां तक कि कुछ स्वास्थ्य केन्द्र तो कागजों में ही संचालित हो रहे हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति लधेड़ी स्थित प्रसूति गृह की बनी हुई है।
उल्लेखनीय है कि सिविल सर्जन डॉ. डी.डी. शर्मा द्वारा लगभग दो माह पहले लधेड़ी प्रसूति गृह में प्रसव सुविधा शुरू होने की बात कही गई थी, जिसके चलते अस्पताल में पहुंच रहीं महिलाओं के प्रसव के लिए सारी व्यवस्थाएं भी दुरूस्त की गर्इं। लेकिन आज तक एक भी महिला को इस सुविधा का लाभ नहीं मिला। जबकि अस्पताल में दो महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. पायल निगोटिया व डॉ. रेनू चौहान सहित बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेन्द्र निगोटिया व डॉ. आदर्श शुक्ला विशेषज्ञ चिकित्सक पदस्थ हैं। लेकिन इन चिकित्सकों द्वारा मरीजों को सिविल अस्पताल व बिड़ला नगर प्रसूति गृह भेजा जा रहा है। लधेड़ी प्रसूति गृह में प्रतिदिन लगभग 150 से 200 मरीजों की ओपीडी होती है, लेकिन इन मरीजों को न तो अस्पताल में चिकित्सक मिलते हैं और न ही उपचार। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में डिलेवरी प्वाइंट सब सेन्टर पर बिना चिकित्सक के भी नर्सों द्वारा प्रसव कराया जाता है। लेकिन इस प्रसूतिगृह में आज तक एक भी प्रसव नहीं कराया गया।
10.30 बजे तक उपस्थित नहीं था एक भी चिकित्सक
लधेड़ी प्रसूति गृह में लापरवाही और अनियमितताओं का अंदाज इस बात से ही लगाया जा सकता है कि मंगलवार की सुबह 10.30 बजे तक अस्पताल में एक भी चिकित्सक उपस्थित नहीं था।, वहीं महिलाएं, बच्चे व बुजुर्ग मरीज कड़ाके की सर्दी में कतार में खड़े होकर चिकित्सक का इंतजार कर रहे थे। इसके बाद यहां डॉ. जितेन्द्र निगोटिया पहुंचे और उन्होंने मरीजों को देखना शुरू किया। लेकिन इसके बाद 12 बजे तक अस्पताल की ओपीडी में अन्य कोई भी चिकित्सक नहीं आया।
उच्च शिक्षा मंत्री ने जताई थी नाराजगी:- लधेड़ी प्रसूति गृह में प्रसव शुरू कराने को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने भी सिविल सर्जन के प्रति नाराजगी जताते हुए प्रसव सुविधा शुरू कराने की बात कही थी, यही नहीं विगत वर्ष ग्वालियर निरीक्षण पर आए सचिव ने भी सिविल सर्जन को लधेड़ी में व्यवस्थाओं में सुधार की बात कहते हुए प्रसव सुविधा शुरू कराने की बात कही थी, लेकिन आज तक यहां एक भी प्रसव नहीं कराया गया।
लेबर रूम में भी सारी व्यवस्थाएं
महिलाओं के प्रसव के लिए अस्पताल के लेबर रूम में दो लेबर टेबल हैं, साथ ही लेबर रूम में वह सारी व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं प्रसव के लिए जरूरी होती हैं।
मुझे बहुत तेज बुखार है और में यहां सुबह 9 बजे से लाइन में लगी हूं, लेकिन अभी तक एक भी चिकित्सक यहां नहीं आए हैं।
श्रीकुवर,महिला मरीज
घासमंण्डी निवासी
मैं बहुत मुश्किल से अस्पताल तक उपचार के लिए आया हूं, मेरे घर में कोई नहीं हैं, मैं यहां एक घण्टे से चिकित्सक का इंतजार कर रहा हूं, लेकिन कोई भी चिकित्स यहां नहीं आया।
दाताराम मरीज
घासमण्डी निवासी
इन्होंने कहा
लधेड़ी में प्रसव क्यों नहीं हो रहे इसकी जानकारी में खुद वहां जाकर लूंगा, और चिकित्सक समय पर क्यों नहीं पहुंच रहे इसकी भी जानकारी ली जाएगी।
डॉ. एस.एस. जादौन
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
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