शनि और सूर्य का होगा मिलन, 14 जनवरी को ही मनेगी मकर संक्रांति
ग्वालियर। इस बार मकर संक्रांति पर्व14 जनवरी को ही मनाया जाएगा। यह क्रम हर तीन साल के अंतराल में बदलता रहता है। इसके चलते यह पर्व 2017 और 18 के बाद 2021 में फिर से 14 जनवरी को मनाया जाएगा। वहीं इस वर्ष 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर 28 साल बाद दुर्लभ महायोग बन रहा है। इस दिन करीब ढाई दशक बाद मकर संक्रांति पर स्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग व चंद्रमा कर्क राशि में, प्रीति योग व मानस योग के साथ रहेगा। यह संयोग दुर्लभ और श्रेष्ठ है।
संक्रांति पर ऐसा योग सभी 12 राशियों के जातकों को दस गुना फलदायक होगा। 14 जनवरी शनिवार को दोपहर 1 बजकर 51 मिनट पर सूर्य देव धनु राशि से निकलकर शनि की राशि में मकर में प्रवेश करेंगे। सूर्यदेव शनि के पिता है, वहीं मकर राशि के स्वामी शनि देव है। इसीलिए इन पिता-पुत्र का एक ही राशि में मिलन होगा जो दो माह तक रहेगा।
ज्योतिषाचार्य पं.सतीश सोनी ने बताया कि 14 दिसम्बर से लगे शुभ कार्यो पर विराम भी 14 जनवरी को हट जाएगा और 15 जनवरी से सभी तरह के मांगलिक कार्यो की शुरूआत हो जाएगी। उन्होंने बताया कि 14 जनवरी से एक दिन पहले 13 को पुष्य नक्षत्र रहेगा, नववर्ष में खरीदारी के लिए पहला मौका होगा जबकि जनवरी माह में पहला पुष्य नक्षत्र पड़ रहा है। पुष्य नक्षत्र प्रात: 7.14 से रात्रि 11.14 तक रहेगा। मकर संक्रांति पर पूरे दिन पुण्यकाल रहेगा तथा प्रीति योग प्रात: 7.14 से शाम 4.26 तक रहेगा।
इन दिनों में क्या करें
भविष्य पुराण के अनुसार मंकर संक्रांति के दिन पवित्र नदी गंगा में स्नान कर दान, पुण्य करना चाहिए। वहीं भगवान विष्णु, महेश, गणेश सूर्य की पूजा का अधिक महत्व है।
क्या दान करें
तिल, वस्त्र, मच्छरदानी, कंबल, घी, आदि जप-तप करने से सौ गुना पुण्य फल प्राप्त होता है।
मकर संक्रांति के बाद शुरू होंगे विवाह मुहूर्त
15 दिसंबर से मलमास शुरू होने के कारण विवाह मुहूर्त में विराम लग गया था, जो मकर संक्रांति के बाद फिर से शुरू होगा। मकर संक्रांति के दिन भी विवाह सहित अन्य शुभ कार्य किया जा सकेगा। जनवरी-फरवरी में विवाह के लिए अनेक शुभ मुहूर्त हंै। जो मई तक रहेगा। इस दौरान शादियां भी अधिक होगी।
इन तिथियों में होंगे विवाह
जनवरी- 15,18, 20, 22,25, 31
फरवरी-1,2,5,6,7,11,13,23,28
मार्च-1,4
अप्रैल-16,19,23,28,30
मई-4, 6, 13, 15, 16, 21, 22, 26, 29, 31
जून-1,10,12,17,18,19,22,26,30
जुलाई-1,2,3,। वहीं 4 जुलाई को देव शयनी एकादशी से समस्त मांगलिक कार्यो पर 4 माह का विराम लग जाएगा।
ये फल प्राप्त होगा 12 राशियों को
*मेष-परिवार में प्यार बढ़ेगा
*वृषभ- शुभ समाचार मिलेंगे
*मिथुन-यात्रा के लिए समय शुभ
*कर्क- संतान से सुख प्राप्त होगा
*सिंह- वाहन सुख, पुराने मित्र से मुलाकात होगी।
*कन्या-मेहमान का आगमन
*तुला-स्थानांतरण के योग बनेंगे
*वृश्चिक-भूमि, भवन से लाभ
*धनु-मन अशांत रहेगा
*मकर-प्रेम संबंध में सफलता
*कुंभ-स्वास्थ्य कष्ट
*मीन-शुभ कार्य होंगे
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