नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मध्यप्रदेश के सतना जिले में स्थित कमल स्पंज एवं स्टील पॉवर लिमिडेट कंपनी की 32 करोड़ 17 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की। ईडी ने ये कार्रवाई हवाला कानून के अंतर्गत की है। सीबीआई ने कंपनी के निदेशकों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक षडयंत्र मामले में एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद ईडी ने भी कंपनी और कंपनी के प्रमोटर्स एवं निदेशकों की जांच शुरू की थी।
ईडी के मुताबिक कंपनी ने थेसगोरा-बी/रूद्रपुरी कोल ब्लॉक आवंटन के लिए अपने वित्तीय क्षमता और उत्पादन क्षमता को लेकर गलत दस्तावेज प्रस्तुत किए थे, जिससे कंपनी के हित में कोल आवंटन हो सके। कंपनी को कोयला मंत्रालय द्वारा नवंबर, 2008 में ये कोल ब्लॉक आवंटित किया गया था। कोल ब्लॉक आवंटन को सुप्रीम कोर्ट ने बाद में रद्द कर दिया था।
प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार कंपनी ने 2007-08 से 2010-11 के बीच विभिन्न कंपनियों/व्यक्तियों से शेयर आवेदन के रूप में 86.46 करोड़ रुपये प्राप्त किए। कंपनी ने 900 रुपये प्रीमियम मूल्य पर शेयर जारी किए, जिन्हें 33 निवेशकों ने खरीदा। शेयर के मूल्य को लेकर सवाल उठे क्योंकि वे तत्कालीन बाजार मूल्य के अनुसार नहीं थे। इस तरह कंपनी ने शेयर आवेदन के लिए 32,17,50,000 रुपये अनुचित तरीके से जुटाए। जिस पर प्रवर्तन निदेशालय ने कंपनी के बैंक खातों और अचल संपत्ति के रूप में कंपनी की जमीन, संयंत्र एवं मशीनरी को जब्त कर लिया।