नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चंडीगढ़ की तीन कंपनियों की 16 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की। इन कंपनियों पर गैरकानूनी तरीके से वित्तीय लेन-देन का आरोप था। जांच में पता चला कि इन कंपनियों का संबंध इंटनेशनल कस्टमर्स रीलेटेड मैनेजमेंट सर्विसेज़ प्रा. लि. (आईसीआरएमएस) है, जो हवाला कारोबार में लिप्त पाई गई।
ईडी के मुताबिक पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायलय के आदेश के बाद 2015 में सभी केंद्रीय जांच एजेंसियों के अधिकारियों को मिलाकर एक एसआईटी गठित की गई थी, जिसने आईसीआरएमएस द्वारा किए जा रहे वित्तीय लेन-देन की जांच की। जिसके बाद सीबीआई ने 6 एफआईआर दर्ज की, उधर प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच शुरू की। जांच में पता चला कि जोगिंदरप्रीत सिंह ने आईसीआरएमएस द्वारा चंडीगढ़ की तीन कंपनियां, फतेह होम्स, फतेह रिसोर्ट्स, फतेह सॉफ्टटेक को कर्ज प्रदान किए। जोगिंदरप्रीत सिंह एक सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी गुरनिहाल एस पीरजादा का ममेरा भाई था। इन लोगों ने 16 करोड़ रुपये की राशि का हेरफेर किया। बाद में उस राशि का उपयोग संपत्ति खरीदने के लिए किया गया। जिसमें चंडीगढ़ के सेक्टर-4 में 6 कनाल का घर, 27 बीघा और 24 बीघा के दो प्लॉट, 42 कनाल जमीन पाई गई, जिन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने जब्त कर लिया।