भोपाल। सिर्फ दो दिन और नए साल का इंतजार खत्म। नए साल का यह दिन होगा पुरानी हर बुराई को छोड़कर कुछ अच्छे और नेक काम करने का संकल्प लेने का दिन। खासतौर पर स्टूडेंट्स के लिए रिसॉल्यूशन का ये सबसे बेस्ट दिन है। आजकल स्टूडेंट्स में अवसाद, तनाव और आत्महत्या जैसी प्रवृत्तियां लगातार बढ़ती जा रही है। मनोचिकित्सकों की युवाओं को सला है कि युवा वर्ग नए साल का जश्न मनाने की तैयारी कर रहा है, तो नए साल की इस पार्टी में वे एक पार्ट रिसॉल्यूशन का भी रखें और सिर्फ रिसॉल्यूशन रखने तक नहीं बल्कि उन्हें ईमानदारी से निभाने का भी संकल्प लें। ऐसा करने से न केवल स्ट्रेस में कमी आएगी, बल्कि उनकी जिंदगी खुशियों से भर जाएगी। यह खुशहाली उन्हें पढ़ाई में बेहतर परफॉर्मेंस देने में मदद करेगी। इससे उनका कॅरियर भी संवरेगा।
उधर नेचुरापेथिस्ट एवं क्लासिकल म्यूजिक शिक्षक डॉ. काकोली सरकार का कहना है कि स्टूडेंट्स को चाहिए कि वे पढ़ाई के साथ ही कुछ समय आर्ट फील्ड में रहकर बिताएं। फिर चाहे वह म्यूजिक हो या कोई और आर्ट, सीखें जरूर। आर्ट ऐसा सब्जेक्ट है, जो आत्मसंतुष्टी देता है। एक अलग सा कॉन्फीडेंस देता है, जिससे अवसाद, तनाव जैसी समस्याएं आपकों परेशान नहीं करतीं। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही रिसॉल्यूशन के बारे में जिन्हें फॉलो कर हर स्टूडेंंट एक बेस्ट स्टूडेंट के साथ ही एक बेहतर इंसान बनने की दिशा में कदम बढ़ाएगा...ताकि देश का भविष्य खूबसूरत हो...
-सेव मनी
तनाव का सबसे बड़ा कारण स्टूडेंट्स का बेहिसाब पैसे खर्च करना है। चंूकि वे शहर या स्टेट से बाहर रहते हैं, तो जब चाहें परिजनों से पैसे मंगवा लेते हैं, इसके लिए वे झूठ तक बोलने से परहेज नहीं करते। ऐसे में जब उनके पास पैसा खत्म हो जाता है, तो वह अपने शौक तो दूर जरूरत पूरी करने तक के लिए परेशान हो जाते हैं। तनाव में ज्यादातर वे स्टूडेंट आते हैं जो अपनी गर्लफ्रेंड को दिखाने, घूमाने के फेर में रहते हैं।
लें ये संकल्प
ऐसे स्टूडेंट्स को 31 दिसंबर की शाम यह संकल्प लेना होगा कि वे पैसा बहुत जरूरत पर ही खर्च करेंगे। फिजूल खर्च बंद कर बचत करने का प्रयास करेंगे।
-करें मदद, ऐसे बांटें खुशियां
आजकल कॉलेजियन्स के कई ग्रुप हैं, जो गरीब बस्तियों में जाकर लोगों की, बच्चों की किसी न किसी रूप में मदद करते हैं। लेकिन ज्यादातर स्टूडेंट्स मौज-मस्ती कर समय व्यर्थ बिता देते हैं। ऐसे में जब वे मौज-मस्ती करने वाले अपने फे्रंड्स से दूर जाते हैं तो अकेलापन महसूस करते हैं और कई बार ऐसे स्टूडेंट्स को ही तनाव घेर लेता है।
लें ये संकल्प
आप भी अपना ग्रुप बनाएंगे। आपका ये ग्रुप न केवल जरूरतमंदों की मदद को हमेशा तैयार रहेगा, बल्कि आप महीने में एक बार अनाथ आश्रम, वृद्धाआश्रम में जाकर बच्चों और वृद्धों के साथ मिलकर उनके सुख-दुख शेयर करेंगे। ये छोटे ही सही पर इंसानियत और नेकी के काम हैं, जो आपको दूसरे शहर या राज्यों में अपनापन महसूस कराएंगे।
-हेल्दी रहने के लिए हेल्दी डाइट
आजकल स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा जरूरत है अपना खान-पान बदलने की।
लें ये संकल्प
इस नए साल से आप फास्ट फूड की आदत छोड़ देंगे। इसके बजाय फलों, हरी और ताजा सब्जियों को खाने में शामिल करें। हेल्दी डाइट चार्ट बनाएं और उसे समय-समय पर फॉलो करें।
-एक्सरसाइज या योगा की आदत
देर से उठने की आदत, देर रात सोने की आदतें कई बीमारियां पैदा करती हैं। अवसाद से घेरती हैं।
लें ये संकल्प
समय पर सोने, कम से कम आठ घंटे सोने की आदत बनाएं। रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने की आदत बनाएं। जल्दी उठकर सुबह दैनिक क्रियाओं के बाद योगा या एक्सरसाइज करने की आदत बनाएं। इससे आपकी पर्सनैलिटी सुधरेगी। आपका कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ेगा और आप खुशी महसूस करेंगे।
-पुरानी हर गलती को सुधारना
आपने इस साल कुछ ऐसे काम किए हैं, जिससे आपको शर्मिंदगी महसूस होती है या आप पछतावा महसूस कर रहे हैं, तो ये पछताने या शर्मिंदा होने का समय नहीं है।
लें ये संकल्प
यह समय है अपनी गलतियों को सुधारने का। संकल्प लेने का कि ऐसा कोई काम न करें जिससे किसी का दिल दुखे या आपको बाद में पछतावा महसूस हो। हर काम को करने से पहले दस बार उसके अच्छे और बुरे परिणामों पर गौर करने की आदत आपको सही दिशा में आगे बढऩे में मदद करेगी।
आत्मविश्वास बढ़ाने करें ये संकल्प
इन दो रिसॉल्यूशन के साथ ही आपको सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ाने के प्रयास करने चाहिएं। इसके लिए सबसे पहले अपनी पर्सनैलिटी पर ध्यान दें, खुद को कुछ समझ नहीं आ रहा, तो पर्सनैलिटी एक्सपट्र्स से मिलकर अपनी परेशानी का हल निकालें।
* कुछ नया सीखें चाहे दूसरी लेंग्वेज हो या फिर किसी आर्ट को सीखें और उसकी बारीकियां सीखें, इससे आपकी पर्सनैलिटी में बेहतर सुधार आएगा, आपका मन शांत और आत्मविश्वास दोगुना हो जाएगा। एकाग्रचित्त मन आपको हर कार्य में बेहतर परफॉर्मेंस देने में मदद करेगा।
* स्मॉकिंग, ड्रिंक जैसी गंदी आदतों को छोड़ें। हो सके तो दूसरों को भी उन्हें भी छुड़वाने का प्रयास करें।
* कुछ समय नेचुरल प्लेसेज पर बिताएं। इससे आपके मन में एकाग्रता आएगी। आपको प्रकृति के नजदीक रहने का मौका मिलता है, तो आप बेहद सकून और खुश महसूस करने लगते हैं।
वैसे तो खुश रहने और खुश रखने से बड़ा संकल्प कोई नहीं, लेकिन खुशियां ढूंढऩे से नहीं बल्कि खुद के साथ दूसरों की मदद करने, खुश रखने से ही मिलेगी। तो आइए लेते हैं तैयारी करें उन संकल्पों को लेने की और उनमें जीने की।