पुलिस मुठभेड़ के बादनौ पशु तस्कर पकड़े

Update: 2017-02-02 00:00 GMT

मथुरा| बल्देव पुलिस ने पशुओं की लूट और चोरी करने वाले गैंग के 9 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार कर इनके कब्जे से भारी मात्रा में अवैध तमंचे, कारतूस और वारदातो में प्रयुक्त होने वाले दो चौपहिया वाहनों के अलावा 15 दिन पूर्व बल्देव थाना क्षेत्र के गांव नगला हेता में लूटी गयी 5 भैंस भी बरामद की हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहित गुप्ता ने बताया कि गाय, भैंसों की चोरी और लूट करने वाले इस गैंग के सदस्यों का मथुरा और आस पास के जनपदों में एक बड़ा गैंग सक्रिय है। जिसमें करीब 50 से अधिक लोग शामिल हैं। ये अलग-अलग गैंग बनाकर वारदातों को अंजाम देते है। मंगलवार रात्रि मुखबिर की सूचना पर जनपद की स्वाट टीम, सर्विलांस टीम और थाना बल्देव पुलिस की संयुक्त मुहिम से क्षेत्र के कचनऊ चौराहे पर मोर्चाबन्दी कर इन बदमाशों के दो गैंगों के नौ सदस्यों को मुठभेड़ के बाद दबोचा गया।

पूछताछ में पकड़े गये बदमाशों ने अपने नाम फिरोज पुत्र तोतिया, कुलआ पुत्र लाल मौहम्मद, इस्लाम पुत्र फैयाज, भूरा पुत्र ख्वाजा, नौसाद पुत्र सोनपाल, संजय पुत्र मुकेश, शम्भू पुत्र भोला, ईसुव पुत्र लाल मौहम्मद निवासीगण गांव नदरई थाना कोतवाली कासगंज एवं फहीम पुत्र हबीब निवासी मौ0 नबाब थाना कोतवाली कासगंज बताया है। वहीं 3 साथी रफीक, फौजी पुत्रगण अहमद एवं हरफूल पुत्र फत्ते निवासीगण गांव नदरई थाना कोतवाली कासगंज भाग जाने में सफल रहे। पुलिस को बदमाशों के पास से 7 देशी तमंचे, 10 जिन्दा और 3 खोखा कारतूस, एक चौपहिया कैंटर, एक टाटा 407 एक मोबाइल और विगत 14-15 जनवरी की रात्रि बल्देव क्षेत्र के नगला हेता से लूटी गयी 6 में से 5 भैंस बरामद हुई है। एक भैंस को ये कटवा चुके थे। पूछताछ में इन्होंने अब तक हजारों पशुओं की लूट व चोरी स्वीकार की है।

मथुरा के अलावा भी इन बदमाशों का आसपास के जनपदों में गैंग सक्रिय है और इनके साथ करीब 50 से अधिक बदमाश इस कार्य को करते हैं। इन सभी पर एटा, कासगंज, हाथरस और मथुरा में 8 आपराधिक मामले दर्ज हैं। एसएसपी ने पुलिस टीम को इस सफलता पर पांच हजार तथा डीआईजी आगरा महेश मिश्रा ने दस हजार रूपये का नगद इनाम देने की घोषणा की है।

पहले चोरी, पकड़े गये तो बनी लूट

मथुरा। बल्देव थाना क्षेत्र के नगला हेता निवासी मोहन सिंह के घर से 14-15 जनवरी को बदमाश मारपीट कर 6 भैसों और 2 पड्डों को लूट ले गये थे।

डकैती की इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया था। लेकिन जब एसओ बल्देव प्रवीण कुमार मान से इस संबंध में बात की गयी तो उन्होंने इस घटना को सिर्फ चोरी की वारदात बताया। लेकिन अब पुलिस द्वारा अपराधियों के पकड़े जाने के बाद उसी घटना को पत्रकारों के समक्ष डकैती की घटना बता रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा बताया गया कि उनके आदेश पर ही बाद में डकैती का मुकद्दमा दर्ज किया गया था। थाना प्रभारी तो बड़ी घटनाओं को मिनीमाइज करने की कोशिश करते हैं।

 

 

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