उप्र की 200 से ज्यादा सीटों को आज भी महिला विधायकों का इंतजार

Update: 2017-02-08 00:00 GMT


चुनाव डेस्क|
आबादी 20 करोड़। मतदाता 13.85 करोड़। विधानसभा की सीटें 403। महिला विधायक 10 प्रतिशत भी नहीं। यह कड़वी हकीकत देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की है। आजादी के 70 साल बाद भी उत्तर प्रदेश में आधी से अधिक विधानसभा सीटों पर अब तक एक बार भी महिला विधायक निर्वाचित नहीं हुई है। बीते सात दशक में राज्य में विधानसभा के 16 चुनाव हो चुके हैं लेकिन विधानसभा में महिला विधायकों का अनुपात 10 प्रतिशत का आंकड़ा भी नहीं छू पाया है। हाल यह है कि फीरोजाबाद, कौशाम्बी, उन्नाव और बांदा सहित कई जिले तो ऐसे हैं जिनकी एक भी विधानसभा सीट पर आज तक महिला उम्मीदवार निर्वाचित नहीं हुई।

उत्तर प्रदेश विधानसभा के 16 चुनावों के परिणामों का विश्लेषण किया तो पाया कि मौजूदा 403 विधानसभा सीटों में से 200 से अधिक सीटें ऐसी हैं जिन पर आज तक कोई महिला विधायक नहीं जीत पाई। महिलाओं ने जिन सीटों पर जीत हासिल की भी, उनमें से ज्यादातर सीटें आरक्षित हैं।

मसलन, सहारनपुर जिले की हरोरा आरक्षित सीट जहां कम से कम 10 बार महिला विधायक चुनी गई है। राज्य में शायद यह अकेली सीट है जहां से इतनी बार महिला विधायक निर्वाचित हुई है। हालांकि 2008 के परिसीमन में यह सीट खत्म हो गई है। इसी तरह नगीना और चंदौसी आरक्षित सीटों पर भी कम से कम छह बार महिला विधायक निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंची हैं। इस तरह सामान्य सीटों से विधानसभा पहुंचने के लिए महिलाओं की डगर कठिन मालूम पड़ती है।अब तक सर्वाधिक महिलाएं वर्ष 2012 में निर्वाचित हुईं। तब रिकार्ड 35 महिला चुनी गईं लेकिन यह आंकड़ा कुल सीटों के मुकाबले महज 8 फीसद रहा। सीटवार तो छोड़ दें कई जिले तो ऐसे हैं जहां आज तक एक भी महिला विधायक नहीं बन सकी। कई दशकों से महिलाओं के लिए संसद और विधानसभा में एक तिहाई सीटों को आरक्षित करने की मांग उठ रही है। बीस साल तक सार्वजनिक बहस के बाद भी महिला आरक्षण विधेयक कानून का रूप नहीं ले पाया है।

ऐसे में देश के सबसे बड़े प्रदेश की विधानसभा में महिलाओं की मौजूदगी इस विधेयक की जरूरत को रेखांकित करती है।इसके अलावा हाल के वर्षों में उत्तर प्रदेश में यह भी प्रवृत्ति देखी गई है कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं का मतदान प्रतिशत अधिक रहा है। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में कुल मतदान 59.40 प्रतिशत था। उस चुनाव में पुरुषों ने 58.60 प्रतिशत मतदान किया जबकि महिलाओं का मतदान 60.28 प्रतिशत रहा।

उप्र विस में महिला विधायक

वर्ष       सीटें   विधायक   प्रतिशत

2012   403      35        8.68

2007   403      23        5.71

2002   403      26        6.45

1996    422      20       4.74

1993    422     14       3.32

1991    419     10       2.39

1989    425     18       4.24

1985    425      31      7.29

1980    425      23       5.41

1977    425      11       2.59

1974    424      21      4.95

1969    425     18        4.24

1967    425      6        1.41

1962    430     20      4.65

1957    341     18      5.28

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