चिकित्सक नहीं,भटकती रहीं गर्भवती महिलाएं

Update: 2017-03-10 00:00 GMT

-प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा अभियान : भूखी-प्यासी परेशान होती रहीं महिलाएं
-बिना उपचार के लौट गईं गर्भवती महिलाएं

ग्वालियर| प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत जिला चिकित्सालय सहित शहर के प्रसूती गृहों में प्रत्येक माह की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाता है, जिसमें गर्भवती महिलाओं की अल्ट्रासाउण्ड सहित विभिन्न जांचे नि:शुल्क की जाती हंै।

लेकिन स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह शिविर असफल होता नजर आ रहा है, प्रत्येक बार महिलाएं भूखी-प्यासी लाइन में घण्टों परेशान होती हैं, उसके बाद भी न तो मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व सिविल सर्जन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं और शिविर के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।

मुरार स्थित जिला अस्पताल में गुरूवार को इस अभियान के तहत शिविर आयोजित किया गया,  जिसमें बड़ी संख्या में गर्भवती महिलाएं उपचार के लिए पहुंची थी, लेकिन चिकित्सक गायब थे। शिविर में सुबह 9 बजे से डॉ. रीना सक्सैना व डॉ. अर्चना छारी की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन डॉ. अर्चना शिविर ड्यूटी पर नहीं पहुंची और महिलाओं की संख्या अधिक होने के कारण महिलाओं को घण्टों लाइन में खडेÞ होना पड़ा। जिसकी सूचना डॉ. रीना द्वारा सिविल सर्जन डॉ. डी.डी. शर्मा को दी गई, जिस पर डॉ. शर्मा ने डॉ. अर्चना छारी को फोन कर शिविर में आने के लिए कहा, लेकिन उसके बाद भी डॉ. अर्चना 12.50 पर शिविर में पहुंची, इतना ही नहीं 1.30 बजे डॉ. रीना की ड्यूटी खत्म होते ही वह भी चली गईं। शिविर में सिर्फ एक ही चिकित्सक होने के कारण 12 बजे तक महिलाओं के पर्चे नहीं लिए गए। इसके बाद दोपहर लगभग 2 बजे निजी चिकित्सक डॉ. प्रीति गुप्ता एवं डॉ. आशा ग्रोबर को अस्पताल में बुलाया गया, लेकिन इससे पहले कई महिलाएं बिना उपचार के वापस लौट गर्इं। उल्लेखनीय है कि यह स्थिति शिविर में प्रत्येक बार सामने आती है, विगत माह आयोजित किए गए शिविर में तो गर्भवती महिलाएं चक्कर खाकर गिर गई  थीं, और कई का स्वास्थ्य भी बिगड़ा था, फिर भी स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी कोई व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं।

बिना अल्ट्रासाउण्ड के लौंटी महिलाएं
इसी तरह बिरला नगर प्रसूती गृह में भी शिविर आयोजित किया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सक उपस्थित थीं, लेकिन महिलाओं को अल्ट्रासाउण्ड के लिए दो किमी दूर किला गेट रोड़ स्थित सिविल अस्पताल में जाना पड़ा। जहां भी अल्ट्रासाउंड नहीं हो सके, सिविल अस्पताल में 12.40 बजे रेडियोलॉजिस्ट नहीं थे। लक्ष्मण तलैया निवासी सीमा सेंगर ने बताया कि वह तीन दिनों से जच्चाखाने में दिखाने आ रही हैं, लेकिन आज दिन तक नंबर नहीं आ पाया, उन्होंने बताया कि वह रोज-रोज किराया खर्च कर रहीं हैं । इसी तरह सुमन ने बताया कि वह अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बहुत देर से इंतजार कर रहीं हैं, लेकिन अभी तक अल्ट्रासाउण्ड नहीं हो सका, नर्स द्वारा उन्हें बाद में आने की बात कही गई है।

इनका कहना है
यह मेरे अधिकार क्षेत्र में  नहीं हैं। सिविल सर्जन को व्यवस्था करनी चाहिए, मैं हर बार उन्हें पत्र भेजता हूं, लेकिन उसके बाद भी व्यवस्था क्यों नहीं की जाती , मुझे नहीं पाता, शिविर में मरीज क्यों परेशान हुए इसके लिए दुबारा पत्र लिखा जाएगा।

डॉ. एस.एस. जादौन
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी

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