सभी बैंकों में लटके रहे ताले, उपभोक्ता हुए परेशान
झांसी। बैकिंग उद्योग में कार्यरत दस लाख से अधिक अधिकारियों, कर्मचारियों के प्रतिनिधित्व वाले नौ संगठनों के आव्हान पर 28 फरवरी को एक दिवसीय राष्ट्र व्यापी हड़ताल रखी गई। हड़ताल से देश भर के समाशोधन ग्रह भी बंद रहे। पिछले सप्ताह पांच दिन के अवकाश व कैशलेस ट्रॉजेक्शन के चलते आज झांसी स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया समाशोधन व गृह मेें लगभग 300 करोड़ के मूल के 25000 चैक, ड्राफ्ट प्रस्तुत नहीं हो सके।
इसी के साथ लगभग 250-300 के नेफ्ट, आरटीजीएस का कार्य भी प्रभावित हुआ। कैश लेनदेन लगभग 100 करोड़ का काम प्रभावित रहा। आज प्रात: 10 बजे झांसी जिले में कार्यरत समस्त संगठनों के सदस्य अधिक कर्मचारी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, मुख्य शाखा ध्यानंचद स्टेडियम के सामने बहुत बड़ी संख्या में एकत्र हुए व प्रदर्शन करते हुए सरकार की श्रम विरोधी नीतियों की आलोचना की गई। प्रदर्शन के दौरान सुधीर त्रिपाठी, का.बीबी गौतम, सुशील साहू, सीबी आर्या ने सरकार से मांग की कि खराब ऋणों की वसूली के लिए उच्च अधिकारयों की जिम्मेदारी तय कर उन पर कठोर कार्यवाही की जाए।
इस मौके पर मान सिंह कुशवाहा, आरके शर्मा, वीरेंद्र सिंह कुशवाहा, मुरारीलाल तिवारी, बीडी बबेले, मेवालाल, सुधीर सक्सेना, जगदीश प्रसाद, जेपी किलेदार, अशोक कुमार, दिलीप कुलश्रेष्ठ, बीएम बत्रा, श्याम मुखरैया, अजय सिंह राठौर, एमएस गुप्ता, विनय झारखडिया आदि उपस्थित रहे। सभा की अध्यक्षता अनिल अडज़रिया ने व संचालन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के जिला संयोजक अशोक कुमार महावर ने किया।