नई दिल्ली। हेपटाइटिस बी का टीका, बुखार और दर्द की दवाएं सस्ती होने वाली हैं। दवा की कीमतों को नियंत्रित करने वाली एजेंसी एन.पी.पी.ए. ने इन दवाओं समेत 30 जरूरी दवाओं की कीमतें तय कर दी हैं।
अब कंपनियां इन दवाओं को निर्धारित मूल्य से ऊपर नहीं बेच पाएंगी। नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एन.पी.पी.ए.) इन दवाओं को मिलाकर अब तक कुल 760 दवाइओं को दाम तय कर चुकी है। गौरतलब है कि अप्रैल में रेग्युलेटर ने थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर जरूरी दवाओं की कीमतों में 3.8 प्रतिशत बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी थी, लेकिन दवाओं की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी। इसको लेकर दवा कंपनियों के लिए यह नियम भी जारी किया गया है कि कंपनियां फायदा उठाने के लिए कहीं भी नई पैकेजिंग या कम्पोजिशन में दवा लांच न करें, जिससे वे मूल्य नियंत्रण के दायरे में न आएं।
रेग्युलेटर की ओर से हिदायत जारी की गई है कि कहीं ऐसी स्थिति आ भी जाती है तो कंपनियों को सरकार से पूर्व मंजूरी लेनी होगी। यही नहीं फार्मास्यूटिकल कंपनियों को इन दवाओं के प्रॉडक्शन को कम करने या बंद करने से भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके अलावा सरकार आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची की समीक्षा करने की भी योजना बना रही है। आपको बता दें कि आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची के आधार पर ही मूल्य को नियंत्रित किया जाता है। जिस दवाओं को अधिक लिखा जाता है उनको इस लिस्ट में शामिल किया जायेगा जिससे देश में दवाओं के मूल्य नियंत्रण का दायरा बढ़ेगा।