उधारी के उपकरणों पर जयारोग्य का ट्रॉमा सेन्टर

Update: 2017-09-04 00:00 GMT

नहीं हो रही व्यवस्थाएं दुरूस्त
ग्वालियर, न.सं. जयारोग्य चिकित्साल में ग्वालियर-चंबल सहित उत्तरप्रदेश, राजस्थान एवं बुन्देलखण्ड सहित अन्य जगहों से मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं, लेकिन यहां व्याप्त अव्यवस्थाएं व प्रबंधन की लापरवाही के कारण इस अस्पताल की स्थिति दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही हैं, स्थिति यह है कि यहां उपकरण अन्य विभागों से उधारी पर लिए जा रहे हैं।  जिसका उदाहरण विगत दिवस ही सामने आया था, जब ट्रॉमा सेन्टर में रखे सारे वेन्टीलेटर ठप्प हो गए थे। जिस कारण मरीजों की जांच आफत में पड़ गई थी, इतना ही नहीं एक मरीज को तो उसके परिजन निजी अस्पताल में ले गए। जिसके बाद आर्थोपेडिक विभाग से ट्रॉमा में एक वेन्टीलेटर रखवाया गया था। फिर भी अस्पताल प्रबंधन की नींद नहीं टूट रही है। जयारोग्य का ट्रॉमा सेन्टर इन दिनों उधारी के उपकरणों पर चल रहा है, ट्रॉमा सेन्टर में दुघर्टना में घायल हुए गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाता है, जिनमें से कई मरीजों को वेन्टीलेटर की आवश्यकता होती है। लेकिन ट्रॉमा सेन्टर की व्यवस्थाओं को देख यह नहीं कहा जा सकता कि यह अंचल के सबसे बड़े अस्पताल का ट्रॉमा सेन्टर है। इतना ही नहीं ट्रॉमा में खराब पड़े उपकरणों को ठीक कराने के लिए विगत दो माह से लगातार अस्पताल प्रबंधन को पत्र भेजे जा रहे हैं, फिर भी प्रबंधन किसी बड़ी घटना होने के इंतजार में बैठा है। जिस कारण मरीज मजबूरन निजी अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं।

कैजुअल्टी में सेन्ट्रल आॅक्सीजन सिस्टम ठप्प
इस तरह अस्पताल की कैजुअल्टी की भी स्थिति बनी हुई है। कैजुअल्टी में लाखों रूपए खर्च कर सेन्ट्रल आॅक्सीजन सिस्टम इस उद्देश्य से लगवाया गया था कि अगर ट्रॉमा में बड़ी संख्या में एक साथ मरीज पहुंचते हैं तो कैजुअल्टी में भी मरीजो को भर्ती किया जा सके। लेकिन आज दिन तक यह सिस्टम शुरू नहीं किया जा सका। जबकि इस मामले को लेकर कई बार प्रमुख सचिव से लेकर अन्य चिकित्सा अधिकारी अपनी नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं।

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