स्कूलों में लगाएं शहीदों के चित्र और लिखी जाएँ उनकी वीर गाथाएं : शिवराज सिंह
शहीद के वृद्ध माता पिता को मिलेगी 5 हजार रुपये पेंशन, 1 करोड़ रुपए का 40 प्रतिशत माता पिता को देने की घोषणा
भिंड। शहीदों की भूमि भिंड के मेला मैदान में आयोजित शहीद सम्मान दिवस समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 75 शहीद परिवारों को सम्मानित किया। इस मौके पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि गुलामी से आजादी दिलाने के लिए हजारों सैनिकों ने बलिदान दिया और आज सीमाओं की रक्षा के लिए सैनिक अपने प्राणों की आहुति दे रहे हैं। ये शूरवीर अपने प्राणों की चिंता किये बिना सीमाओं की रक्षा करते हैं , इनके लिए ना कोई पर्व हैं ना कोई छुट्टी। इसलिए इन्हें प्रणाम करने आया हूँ। मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि जिन स्कूलों में ये शहीद और वीर सैनिक पढ़े हैं वहां उनके चित्र लगाएं और उनकी वीर गाथाएं लिखकर बच्चों को बताएं। उन्होंने कहा कि नेताओं के नाम पर तो देश में कई योजनाएं बनती हैं लेकिन शहीदों के नाम पर भी ऐसा कुछ किये जाने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने शहीद के वृद्ध माता पिता को पांच हजार रुपए पेंशन देने की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार द्वारा दी जाने वाली 1 करोड़ रुपये की राशि में से कुछ हिस्सा माता पिता के हिस्से में भी जाना चाहिए ये विचार मेरे मन में था इसलिए आगे से 1 करोड़ की राशि में से 60 प्रतिशत पत्नी और 40 प्रतिशत माता पिता को दी जाएगी । उन्होंने बताया कि प्रदेश में 600 सूचीबद्ध शहीद हैं लेकिन इनकी संख्या और भी हो सकती है, मुख्यमंत्री ने मंच से ही प्रमुख सचिव और डीजीपी से कहा कि जो भी शहीद यदि सूची में शामिल नहीं है तो उनकी जानकारी ली जाये। समारोह में शामिल सामान्य प्रशासन एवं नर्मदाघाटी विकास राज्य मंत्री( स्वतंत्र प्रभार) लाल सिंह आर्य ने कहा कि प्रदेश के शहीदों को नमन करने के लिए मुख्यमंत्री ने हर जिले में 14 अगस्त को शौर्य दिवस मनाने की घोषणा की है और इसकी शुरुआत आज भिंड से की गई है , ये भिंड के लिए गर्व की बात है। कार्यक्रम में सांसद डॉ भागीरथ प्रसाद, विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव वसंत प्रताप सिंह व डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला, शहीदों के परिजन व वीर नारियां और बड़ी संख्या में शहादत को नमन करने आए चंबलवासी मौजूद थे।