मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद भागलपुर में बच्चियों का हुआ स्वास्थ्य खराब
भागलपुर। बिहार के भागलपुर में नगर जीरो माइल स्थित बालिका गृह में भी कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद सजग हुई सरकार के निर्देश पर भागलपुर स्थित बालिका गृह में जांच की जा रही है। इस क्रम में चिकित्सकों के एक दल ने बालिका गृह के कुल 28 बच्चियों के स्वास्थ्य की जांच की। जिसमें 14 बच्चियों का स्वास्थ्य खराब निकला। सबों को इलाज के लिए मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर बालिका गृह की जांच के बाद सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई, भागलपुर सहित सभी पुलिस अधिकारी और प्रधान सचिव को इसकी रिपोर्ट दे दी है। चिकित्सकों के जांच दल में डॉ प्रियंका रानी, डॉ पूनम मोसेस, डॉ कुंदन शर्मा और डॉ पंकज शामिल थे। मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद यदि भागलपुर बालिका गृह में 14 बच्चियां गंभीर रूप से बीमार थीं, तो ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमीहै कि यहां के संचालक ने इस मामले में पहले संज्ञान क्यों नहीं लिया। उधर मायागंज अस्पताल के ओपीडी में इन बच्चियों का इलाज डॉ राजीव सिन्हा ने किया। यहां इलाज के लिए आयी बच्चियों को पेट दर्द, खुजली, खांसी, सर्दी समेत कई तरह की शिकायत की। इन सभी का इलाज करने के बाद वापस बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद से राज्य सरकार के स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिले के सीएस और अधीक्षक के लिए निर्देश जारी किया है कि बाल गृह देखभाल संस्थानों में सप्ताह में तीन दिन नियमित रूप से एमबीबीएस चिकित्सकों की अंशकालिक प्रतिनियुक्ति की जाये। साथ ही इनका भ्रमण कार्यक्रमय हो। बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित जांच हो।