साजिश का बदला बदलाव से लेंगे : राबड़ी

Update: 2019-05-04 14:06 GMT

पटना। पांचवें चरण के मतदान के पूर्व शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री और राजद की वरिष्ठ नेता राबड़ी देवी ने एक भावुक खत के जरिये लालू की बीमारी और उनके साथ हो रही कथित नाइंसाफी का हवाला देते हुये लोगों से बदलाव के पक्ष में वोट देने की अपील की है। अपने खत में उन्होंने इस बात का विस्तार के साथ जिक्र किया है कि कैसे लालू यादव को गरीबों और वंचितों के हक में आवाज बुलंद करने के लिए लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है, कैसे उनके खिलाफ तमाम सरकारी जांच एजेंसियों का इस्तेमाल किया गया और कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके पीछे पड़े हुये हैं।उन्होंने पत्र लिखा कि साजिश का बदला हम बदलाव से लेंगे।इस खत में राबड़ी देवी एक पत्नी के साथ-साथ एक मजबूत सियासी महिला के तौर पर नजर आ रही हैं जिसे इस बात की अच्छी तरह से इल्म है कि चार चरण के मतदान के बाद मौजूदा सियासी हालात को राजद के पक्ष में करने के लिए कमजोर से कमजोर हथियारों का मजबूती के साथ कैसे इस्तेमाल करना है।इसी तरह का पत्र चुनाव की शुरुआत में लालू यादव ने भी लिखा था।

इस खत में राबड़ी देवी ने एक सुलझे हुये राजनीतिज्ञ की तरह बहुत ही सलीके के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को कठघरे में खड़ा करते हुये लालू यादव से संबंधित कई आक्रामक सवाल भी उठाये हैं। अपने इस भावुक खत में उन्होंने लिखा है कि कोई भाजपाइयों से पूछे, लालू यादव ने ग़रीबों का भला और समाज में भाईचारा स्थापित करने के अलावा क्या गुनाह किया है? यह अमानवीय अत्याचार सहने के लिए कौन सा जुर्म किया है ? अगर नीतीश कुमार और मोदी का वश चले तो लालू यादव को कल ही फांसी पर चढ़ा दें। जनता असहाय और मूकदर्शक नहीं है। जनता सब पहचान रही है। अभी हम जनता की अदालत में हैं और जनता लालू यादव के साथ हो रहे अत्याचारों का बदला लेगी। जनता खुलकर कह रही हूं, जो हमारे लिए लड़ा है, अब हम उसके लिए लड़ेंगे। लालू जी के साथ हुई साज़िश का बदला बदलाव से लेंगे हम।

बिहार के अवाम के नाम लिखे इस खत में राबड़ी देवी ने लालू यादव को एक मसीहा के अंदाज में पेश करते हुये कहा कि लालू यादव को तानाशाहों द्वारा बारंबार इसीलिए प्रताड़ित किया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने वंचित, उपेक्षित और उत्पीड़ित वर्गों की लड़ाई लड़ी। समाज में समानता लेकर आए। देश में बड़े से बड़े घोटाले हुए पर कब किस मुख्यमंत्री को साज़िश का बहाना बना फंसाया गया। 

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