पटना। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने राज्य सरकार पर बड़ा हमला बाेल दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हर साल हज़ारों बच्चे मारे जाते हैं, लेकिन फिर भी नीतीश सरकार की कोई तैयारी नहीं होती है। दवा और इलाज के अभाव में गरीबों के बच्चे मर रहे हैं। यहां के स्वास्थ्य मंत्री पिकनिक मना रहे हैं, सरकार की संवेदना मर गई है।
राबड़ी देवी ने कहा कि यह एनडीए सरकार की घोर लापरवाही सामने आई है, स्वास्थ्य मंत्री के गैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार और भ्रष्ट आचरण के कारण गरीबों के 1000 से ज़्यादा मासूम बच्चों की चमकी बुखार के बहाने हत्या की गई है।
राबड़ी देवी ने आगे कहा कि बिहार में हर साल बीमारी से हजारों बच्चे मरते हैं, लेकिन बताते सैंकड़ों हैं। फिर भी रोकथाम का कोई उपाय नहीं, समुचित टीकाकरण नहीं है। राबड़ी ने कहा कि दवा और इलाज का सारा बजट ईमानदार सुशासनी घोटालों की भेंट चढ़ गया। बिहार का बीमार स्वास्थ्य विभाग खुद आईसीयू में है।
राबड़ी देवी ने आगे कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है। इतनी मौतों के बाद अब केंद्र और प्रदेश के मंत्री क्या नृत्य करने चार्टड प्लेन से मुजफ्फरपुर जा रहे हैं? जब अस्पताल के दवाखानों में दवा की जगह कफ़न ही रखे हुए हैं। वहां डॉक्टर नहीं है तो क्यों नहीं बीमार बच्चों को Air-Ambulance से दिल्ली ले जाते? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा की तरह मौन हैं।
मुजफ्फरपुर में 40 बच्चियों के साथ सत्ता संरक्षण में जनबलात्कार किया गया तब भी मौन थे, मुजफ्फरपुर में ही भाजपा नेता ने 30 मासूमों को कार से कुचला तब भी मौन और अब 100 से ज्यादा बच्चों की चमकी बुखार से मौत पर भी चुपी साधे हुए हैं। आपको बताते जाए कि बिहार के एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी चमकी बुखार की चपेट में आकर अब तक 108 बच्चों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुजफ्फरपुर के सरकारी श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (एसकेएमसीएच) पहुंचे तो लोगों ने जमकर उनका विरोध किया।