CG News: वक्फ बोर्ड की 100 एकड़ से अधिक जमीन नेताओं के कब्जे में, मुतवल्ली ले रहे निजी फायदा, कई बर्खास्त
रायपुर। छत्तीसगढ़ में वक्फ बोर्ड की 100 एकड़ से अधिक जमीन पर नेताओं ने कब्जा कर रखा है। इन जमीनों पर मुतवल्ली काबिज हैं, जिन्होंने इसे अन्य लोगों को किराये पर दे रखा है। इस प्रकार की शिकायतें आने के बाद कई मुतवल्लियों को वक्फ बोर्ड ने बर्खास्त कर दिया है।
प्रदेश में 2024 में पुन: भाजपा की सरकार बनने के बाद वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष भी बदला गया। गुलाम मिन्हाजुद्दीन की जगह डॉ. सलीम राज को अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद से ही प्रदेश में वक्फ की सम्पत्ति के दुरूपयोग को लेकर लगातार शिकायत आ रही थी। इसे देखते हुए सभी जिले के मुतवल्लियों को सारी जानकारी देने के लिए कहा गया। जैसे-जैसे जानकारी आई और उसकी जांच की गई तो इस बात का खुलासा हुआ। वक्फ बोर्ड की लगभग 100 एकड़ जमीन मुस्लिम नेताओं के कब्जे में है। मुतवल्ली इस जमीन को औने-पौने किराये पर ले रखे है और उसी जगह को किसी और को देकर हर महीने बड़ी रकम अपनी जेब में कर रहे हैं। उदाहरण के लिए बोर्ड की बेशकीमती जमीन को पांच सौ रु. किराये में ले रखे हैं और उसे 5 हजार में किसी और को किराये पर दे दिया है। 500 रुपये जमा कर रहे हैं। शेष 4900 जेब में जा रहा है। इस प्रकार वक्फ को करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है।
इसी प्रकार की जानकारी वक्फ बोर्ड के पास लगातार आ रही है। इसकी जांच से यह तथ्य सामने आ रहे हैं कि किस प्रकार बोर्ड की संपत्ति पर कब्जा कर ये लोग बैठे हैं। एक अनुमान के अनुसार यह लगभग 100 एकड़ जमीन हो सकती है, जो की प्रदेश भर में हैं और ये प्राइम लोकेशन पर भी हैं। जिसका फायदा इस पर वर्षों से कब्जा किये मुतवल्ली उठा रहे हैं।
बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने स्वदेश से फोन पर चर्चा करते हुए बताया कि इसे लेकर हम गंभीर हैं। इस पर लगातार जांच चल रही हैं और इसे कड़ी कार्यवाही के लिए गृह विभाग को भेजा जा रहा है। गोपनीयता का ध्यान रखते हुए हम अभी किसी का नाम उजागर नहीं कर रहे हैं। जब गृह विभाग से कार्यवाही होगी सभी का नाम सामने आ जाएगा। हमने कुछ मुतवल्लियों के खिलाफ शिकायत आने के बाद उन्हें बर्खास्त भी किया है और यह कार्यवाही लगातार जारी रहेगी। समाज की संपत्ति का उचित रखरखाव हमारी प्राथमिकता है।
12 फरवरी तक मांगी थी जानकारी
वक्फ बोर्ड के द्वारा सभी जिलों के मुतवल्लियों को लिखे गए पत्र में मस्जिदों, दरगाहों, कब्रिस्तान, दुकानों, स्कूलों एवं अन्य प्रापर्टी की संपूर्ण जानकारी भेजने के लिए कहा गया था, जिसमे दस्तावेज भी संलग्न करने कहा गया था। यह जानकारी 12 फरवरी तक मांगी गई थी। अभी तक प्राप्त जानकारी में सौ एकड़ पर नेताओं का कब्जा होने की बात सामने आई है, जिसे जांच में लिया गया हैं। अभी और खुलासे होने की संभावना है।
वक्फ बोर्ड सार्वजनिक करेगा संपत्ति की जानकारी
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड अभी पूरे प्रदेश से जानकारी एकत्र कर रहा हैं। अनुमान के अनुसार बोर्ड के पास 5 हजार करोड़ की संपत्ति है। इसे सुरक्षित करने के लिए इसकी संपूर्ण जानकारी सेंट्रल पोर्टल में दर्ज की जाएगी और यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा कि भविष्य में इसका कोई दुरूपयोग न कर सके।
प्रदेश की मस्जिदों से भी मांगा गया हिसाब-किताब
इसी प्रकार प्रदेश की सभी 3200 मस्जिदों को अपने आय व्यय का विवरण देने लिए भी कहा गया हैं। सभी से अपने हिसाब-किताब का ऑडिट करा कर उसकी रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है। अध्यक्ष डॉ. राज ने बताया कि यहां पर जो आय होती हैं उसका कुछ हिस्सा मुस्लिम समाज के शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं के उत्थान में खर्च होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो भी जानकारी नहीं देंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। नए नियमों के मुताबिक सभी मस्जिदों को हर वर्ष अपना ऑडिट करवाना और उसकी रिपोर्ट देना आवश्यक है। उन्होंने ये भी बताया कि शिकायत मिलने पर 6 मुतवल्लियों को हटा दिया गया है, जिनके खिलाफ गंभीर शिकायतें थी। पद का दुरूपयोग करने वाले किसी भी शख्स को छोड़ा नहीं जाएगा।
बिलासपुर जिले की मस्जिदों की जांच
बिलासपुर जिले की मस्जिदों की जांच जारी है। वक्फ बोर्ड ने जूना मस्जिद प्रबंधन से 20 साल पुराने हिसाब-किताब की जानकारी मांगी है। बोर्ड ने जूना मस्जिद प्रबंधन से बिल वाउचर, कैश बुक सहित सारे रिकॉर्ड देने को कहा है। बोर्ड ने यह भी कहा है कि अगर रिकॉर्ड नहीं दिया गया तो संचालक के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।