गरीबों की मदद के लिए 65 हजार करोड़ रुपये की जरूरत होगी : राजन

Update: 2020-04-30 05:23 GMT

दिल्ली। कोरोना संकट के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज यानी गुरुवार से अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ संवाद की अपनी श्रृंखला शुरू की है, जिसके तहत पहला संवाद वह भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से कर रहे हैं। इस दौरान आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि लॉकडाउन का दूसरा या तीसरा चरण विनाशकारी होगा।

राहुल गांधी के साथ वीडियो सीरीज में कोरोना संकट और अर्थव्यस्था की स्थिति पर चर्चा के दौरान राहुल के सवाल पर कि गरीबों की मदद के लिए कितने पैसे की जरूरत होगो तो रघुराम राजन ने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित जरूरतमंदों की मदद के लिए करीब 65 हजार करोड़ रुपये की आवश्यक्ता होगी। उन्होंने आगे कहा कि हम ऐसा कर भी सकते हैं क्योंकि हमारी जीडीपी दो लाख करोड़ की है।

भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व प्रमुख रघुराम राजन ने कहा कि कोविड -19 स्थिति में लोगों को सशक्त बनाने के लिए विकेंद्रीकरण काफी महत्वपूर्ण है। लॉकडाउन हटाने में हमें समझदारी से काम लेना होगा, नाप-तौलकर कदम उठाने होंगे क्योंकि भारत की लोगों को लंबे समय तक खाना खिलाने की क्षमता नहीं हैं।

बताया जा रहा है कि राजन के साथ यह बातचीत करीब एक घंटे की है, जिनमें अर्थव्यवस्था की हालत और कोरोना महामारी के बीच इसमें सुधार के उपायों पर चर्चा है। दरअसल, शिक्षाविदों, स्वास्थ्य सेवा विशेषज्ञों और जमीनी स्तर पर दुनियाभर में कार्य कर रहे कार्यकर्ताओं के साथ राहुल गांधी की विडियो सीरिज में यह पहला वीडियो है।

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