IAS पूजा सिंघल के घर दूसरे दिन भी ED की छापेमारी, 19 करोड़ नकद, 150 करोड़ की संपत्ति जब्त
रांची। झारखंड की वरिष्ठ आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल और उनके करीबी सत्ता से जुड़े लोगों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रही। ईडी की टीम पल्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में दस्तावेजों को खंगाल रही है। इसके अलावा देश के अलग-अलग 11 जगहों पर अलग-अलग टीमें सर्च अभियान चला रही हैं।
बताया गया है कि शनिवार की सुबह सात बजे ईडी की टीम के कुछ अधिकारी अस्पताल पहुंचे। कुछ कागजात की जांच की। इस दौरान कवरेज करने गए मीडियाकर्मियों को देखकर अस्पताल के सुरक्षाकर्मी भड़क गए। मीडियाकर्मियों के साथ सुरक्षाकर्मियों की जमकर बहस हुई।
19 करोड़ नकद बरामद -
उल्लेखनीय है कि झारखंड की खान एवं उद्योग विभाग की सचिव पूजा सिंघल और उनके करीबियों के 25 ठिकानों पर ईडी की टीम ने बीते शुक्रवार को छापेमारी की थी। इस दौरान तकरीबन 150 करोड़ के निवेश संबंधी दस्तावेज एजेंसी को मिले। वहीं, उनके चार्टर्ड अकाउटेंट सुमन कुमार के आवास से 19.31 करोड़ रुपये बरामद हुए। हालांकि, ईडी के अधिकारियों ने मामले में अबतक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। ईडी ने सीए सुमन कुमार और उसके भाई पवन को हिरासत में ले लिया है।
अस्पताल पल्स संजीवनी हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड का हिस्सा -
पल्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ईडी की जांच के दायरे में आ गया है। उसके जरिए मनी लॉन्ड्रिंग का संदेह है। ईडी को संदेह है कि मेदांश अस्पताल प्राइवेट लिमिटेड को जानबूझकर बनाया गया था और बाद में इसे पैसे को समायोजित करने के लिए पल्स संजीवनी हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड में मिला दिया गया।
जानकारी के अनुसार अस्पताल पल्स संजीवनी हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड का हिस्सा है। पूजा के पति पति अभिषेक झा इसके प्रबंध निदेशक हैं। कंपनी को नवंबर 2011 में शामिल किया गया था। इस कंपनी में उनके भाई सिद्धार्थ सिंघल ने अमिता झा (अभिषेक झा की बहन) और दीप्ति बनर्जी के अलावा निदेशक के रूप में कार्य किया। इस कंपनी का आधिकारिक पता रांची में पहली मंजिल, आर्किड कॉम्प्लेक्स, रिम्स के सामने बरियातू में है। इसी पते पर अगस्त 2016 में एक अन्य कंपनी मेदांश हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड को शामिल किया गया था। अभिषेक और दीप्ति निदेशक के रूप में शामिल हुए। कंपनी को 2020 में शामिल किया गया था।
मनरेगा घोटाले में जांच के दायरे में हैं पूजा सिंघल -
उल्लेखनीय है कि 2000 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल खूंटी और चतरा में मनरेगा घोटाले में भी जांच के दायरे में हैं। ईडी ने पूर्व में मनरेगा घोटाले में जेई रामविनोद सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई की थी। रामविनोद सिन्हा से पूछताछ में आए तथ्यों के आधार पर ईडी ने पूजा सिंघल की भूमिका की जांच शुरू की थी। मनरेगा घोटाले के साथ मनी लॉन्ड्रिंग की भी जांच की जा रही है।