नईदिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसान 26 मई के बाद कोई बड़ा फैसला लेंगे। टिकैत ने दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसान आंदोलन को छह महीने पूरे होने वाले हैं लेकिन केन्द्र सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानूनों को सरकार वापस नहीं लेगी किसान आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि किसानों ने यहां सर्दी देखी अभी गर्मी में तप रहे हैं बरसात देखेंग और फिर सर्दी के लिये भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को लेकर आम जनता सहित किसानों में गुस्सा है। इसका असर बंगाल चुनाव में भी दिखा अगर केन्द्र सरकार किसानों से बातचीत कर समाधान नहीं निकालेगी तो भाजपा को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी पराजय का सामना करना पड़ेगा।