जानिए, 2016 के बाद भारत ने पडोसी देशों के कितने नागरिकों को दी नागरिकता

भारत ने बांग्लादेश-पाकिस्तान के 3 हजार से अधिक लोगों को दी नागरिकता

Update: 2021-12-22 12:01 GMT

नईदिल्ली। सरकार का कहना है कि पिछले चार सालों में पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिन्दू, सिख, जैन और इसाई अल्पसंख्यक समुदाय के 3117 लोगों को भारत की नागरिकता दी गई है। 

राज्यसभा में गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने एक प्रश्न के उत्तर में बुधवार को बताया कि वर्ष 2018, 2019, 2020 और 2021 के दौरान पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से हिन्दू, सिख, जैन और ईसाई अल्पसंख्यक समूह से नागरिकता के लिए प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या 8244 है। इस दौरान इन अल्पसंख्यक समुदाय के 3117 लोगों को भारतीय नागरिकता दी गई है। 

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में राय ने बताया कि 2016 से 2020 तक पांच सालों में कुल 4,177 विदेशियों को भारत की नागरिकता दी गई है। 2016 में 1106, 2017 में 817, 2018 में 628, 2019 में 987 और 2020 में 639 को भारतीय नागरिकता दी गई है। वहीं 14 दिसंबर तक सरकार के पास 10635 नागरिकता आवेदन लंबित हैं। इन आवेदनों में अफगानिस्तान से 1152, पाकिस्तान से 7306 और बांग्लादेश से 161 मामले हैं। 

उल्लेखनीय है कि 2019 में भारत सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पारित कराया था। इसमें पड़ोसी देशों बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिन्दू, सिख, जैन और इसाई अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को तेजी से नागिकता देने के प्रावधान किए गए थे। उस दौरान गृहमंत्री ने बताया था कि 2014 के बाद से इन देशों से आए 600 मुसलमानों को भी सरकार की ओर से नागरिकता दी गई है।

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