नित्यानंद राय बोले - प्रतिकूल हालात के बावजूद मुस्तैदी से सीमाओं की रक्षा कर रही बीएसएफ
नई दिल्ली। बीएसएफ ने मंगलवार को अपना 56वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल के बहादुर सीमा प्रहरी कठिन भौगोलिक स्थिति और विषम परिस्थितियों के बावजूद पूरी मुस्तैदी से देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। बीएसएफ के जवानों द्वारा कर्तव्य की राह में दिए गए सर्वोच्च बलिदान और अदम्य शौर्य को नमन करते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि उनकी वजह से देश का हर नागरिक निडर होकर देश के विकास कार्यों में योगदान दे रहा है।
सीमा सुरक्षा बल की आर्टिलरी विंग के स्वर्ण जयंती वर्ष में प्रवेश करने का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि आर्टिलरी विंग पूर्व की भांति अपने गौरवशाली इतिहास को आगे बढ़ाते हुए नई-नई ऊंचाइयां हासिल करेगी।
परेड में शामिल महिला दल की प्रशंसा करते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि देश की सुरक्षा में महिला शक्ति कि बढ़ती भागीदारी देखकर मन प्रसन्न है और बल की महिला प्रहरी प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि सीमा पार से आतंकी घुसपैठ और नशीले पदार्थो की तस्करी के माध्यम से देश को नुकसान पहुंचाने की साजिश को बीएसएफ के जवानों द्वारा बखूबी नाकाम करने के साथ ही उसका उचित जवाब भी दिया जाता है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने बीएसएफ के शहीद स्मारक पर अमर सीमा प्रहरियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल कर्मियों को 'वीरता के लिए पुलिस पदक' और 'विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक' प्रदान किए। नित्यानंद राय ने बीएसएफ की वार्षिक ई-पत्रिका 'बॉर्डरमैन' का विमोचन भी किया।
कोरोना काल में सीमा सुरक्षा बल द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि इस दौरान बीएसएफ कर्मी भी संक्रमित हुए, लेकिन उन्होंने हौसला नहीं खोया।
नित्यानंद राय ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल की प्रत्येक चुनौती और उसका निदान सरकार की प्राथमिकता है।