नई दिल्ली। कांग्रेस में परंपरागत राजनीति के स्तंभ थे अहमद पटेल, साथ ही पार्टी के भी भरोसेमंद नेता थे। जिनको कांग्रेस पार्टी ने खो दिया है। अब इनके जाने से कोषाध्यक्ष का पद खाली हो गया है। गौरतलब है कि किसी भी पार्टी में कोषाध्यक्ष की भूमिका बेहद अहम होती है। इसकी जिम्मेदारी किसी ईमानदार और भरोसेमंद व्यक्ति को ही सौंपी जाती है।
हम आपको बता दें कि कांग्रेस के खजाने की चाभी देकर किसे कोषाध्यक्ष बनाया जाए? क्योंकि कुछ ही महीनों में पश्चिम बंगाल और असम सहित पांच राज्य में चुनाव होने हैं। ऐेसे में पार्टी को जल्द ही नए कोषाध्यक्ष की नियुक्ति करनी पड़ेगी।
कोषाध्यक्ष पद के दावेदार
कांग्रेस कोषाध्यक्ष के पद के लिए पार्टी के अंदर भरोसेमंद और कद्दावर नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। इस पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल और या पूर्व में राहुल गांधी के नजदीकी मित्र रहे मुरली देवड़ा के पुत्र मिलिंद देवड़ा के नाम सबसे आगे हैं। वहीं गांधी परिवार के नजदीकी पूर्व विदेश सचिव एसके सिंह के पुत्र कनिष्क सिंह, जो आज गांधी परिवार के सभी कानूनी मसले देखते है।
राजस्थान के जितेंद्र सिंह प्रभारी महासचिव असम हैं। वो भी कोषाध्यक्ष की कुर्सी पर नजर गड़ाए है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे और पवन बंसल गांधी परिवार के विश्वासपात्र रहे हैं। इसके अलाव इस पद के लिए सीनियर नेताओं के नाम पर भी गांधी परिवार विचार कर सकता है।