नईदिल्ली। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए जंतर-मंतर पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। जंतर-मंतर पर किसानों को प्रदर्शन की इजाजत मिलने के बाद जंतर-मंतर पर खुद दिल्ली पुलिस कमिश्नर का कार्यभार देख रहे बालाजी श्रीवास्तव ने दौरा किया और सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया।इस दौरान उनके साथ कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद थे। राजधानी के बॉर्डर से लेकर जंतर-मंतर तक करीब सौ अतिरिक्त कंपनी सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है।
बॉर्डर पर भी बढ़ाई सुरक्षा -
राजधानी के जिन तीन प्रमुख बॉर्डर पर किसान बैठे हैं, वहां तो सुरक्षा बंदोबस्त है ही। साथ ही पूरी दिल्ली की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। खासतौर पर सिंघु बॉर्डर पर और टिकरी बॉर्डर गाजीपुर बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 15 अगस्त भी नजदीक होने के कारण सुरक्षा को लेकर विशेष चौकसी बरती जा रही है। अर्धसैनिक बल की अतिरिक्त कंपनियां तैनात कर दी गई हैं। बॉर्डर से जंतर-मंतर और राजधानी के सभी संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
सिंघू बॉर्डर पर पांच लेयर में सुरक्षा -
सिंघु बॉर्डर इलाके मे तनाव को देखते हुए पांच लेयर की सुरक्षा बनाई गई है। इसमें अद्र्धसैनिक बलों की 20 कंपनियों को तैनात किया गया है। बेरीकेड लगाकर रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है और संदिग्धों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। हरियाणा की ओर से आने वाले किसी भी शख्स की पूरी जांच पड़ताल के बाद दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
टिकरी बॉर्डर पर चार लेयर की सुरक्षा -
वहीं टिकरी बॉर्डर पर आलम यह है कि सुरक्षाबलों की तैनाती चार लेयर में की गई है। आला अधिकारी हालात पर पूरी तरह से नजर रखे हुए हैं। जगह-जगह बेरिकेड लगाकर भी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। किसान नेताओं से पुलिस संपर्क मे है और असामाजिक तत्वों पर दोनों तरफ से नजर रखी जा रही है।
गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेडिंग बढ़ी -
गाजीपुर बॉर्डर पर भी सुरक्षाकर्मियों की संख्या के साथ दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग बढ़ा दी है। यहां भी चार लेयर में बैरिकेड्स लगाए गए हैं और अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात हैं। वहीं अलग से रिजर्व बटालियन की भी व्यवस्था की गई है। ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी की स्थिति सुरक्षा कर्मी हालात को तत्काल काबू कर सकें।
ड्रोन से रखी जा रही नजर -
आसपास के इलाके में ड्रोन से नजर रखी जा रही है। साथ ही पुलिसकर्मी लगातार वीडियोग्राफी कर रहे हैं। इसके अलावा रेंज के ज्वाइंट कमिश्नर स्तर अधिकारियों को अपने इलाके में स्थित बॉर्डर पर पूरी तरह से नजर रखने के लिए कहा गया है। हर दो घंटे पर बॉर्डर के हालात के बारे में आला पुलिस अधिकारियों को अवगत भी कराया जा रहा है।
पहले भी किया था वादा -
गौरतलब है की प्रदर्शन करने वाले किसान नेताओं पर पिछली बार उन्होंने भरोसा किया था। उन्हें ट्रैक्टर रैली निकालने के लिए दिल्ली पुलिस ने रूट दिया था। इस पर किसान नेता तैयार भी हुए थे, लेकिन उन्होंने पुलिस के साथ हुए इस समझौते का उल्लंघन किया था। जगह-जगह प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड तोड़े, पुलिसकर्मियों को चोट पहुंचाई और लाल किला जाकर उपद्रव किया। इसे लेकर विभिन्न थानों में एफआईआर दर्ज हैं और कई आरोपित गिरफ्तार भी हो चुके हैं। फिलहाल यह मामला कोर्ट में चल रहा है।