सचिन वजे 3 अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में, कहा - मुझे बलि का बकरा बनाया जा रहा

Update: 2021-03-25 12:54 GMT

मुंबई। एंटीलिया प्रकरण में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के निलंबित सहायक निरीक्षक सचिन वाझे की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत स्पेशल कोर्ट ने तीन अप्रैल तक बढ़ा दी है। हिरासत की अवधि गुरुवार को समाप्त होने पर वाझे को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया था। मामले की जांच कर रही एनआईए ने वाझे की हिरासत 15 दिनों तक बढ़ाए जाने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने इसे सिर्फ 9 दिनों तक बढ़ाया है।

सुनवाई के दौरान एनआईए की ओर से पेश वकील ने स्पेशल कोर्ट को बताया कि सचिन वाझे के पास 62 कारतूस होने की जानकारी मिली है। इन कारतूसों का पता लगाया जाना आवश्यक है। इसी तरह इस मामले से जुड़े मनसुख हिरेन मौत मामले में भी सचिन वाझे से पूछताछ जरूरी है। एंटीलिया प्रकरण में पुलिस टीम के कई अधिकारियों के शामिल होने का संदेह है, इसलिए वाझे से पूछताछ जारी है। इसी वजह से वाझे की एनआईए हिरासत 15 दिन और बढ़ाई जानी चाहिए।

सचिन वाझे ने कोर्ट में कहा कि उन्होंने अब तक अपराध स्वीकार नहीं किया है। उन्हें इस मामले में बलि का बकरा बनाया जा रहा है। इस पर कोर्ट ने वाझे से कहा कि उन्हें जो भी कहना है, वह लिखकर दें, मौखिक कुछ भी न कहें। इसके बाद स्पेशल कोर्ट ने वाझे को तीन अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में भेजने का आदेश दिया है।

ये है मामला - 

उल्लेखनीय है कि मुंबई पुलिस ने 15 मार्च को सचिन वाझे को सहायक निरीक्षक पद से निलंबित कर दिया था। उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास एंटीलिया के पास से 25 फरवरी को संदिग्ध हालात में खड़ी स्कॉर्पियो कार मिली थी, जिसमें से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद की गई थीं। इसी सिलसिले में 13 मार्च की रात्रि में वाझे की गिरफ्तारी हुई थी। वाझे (49) पर ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। अंबानी के घर के पास मिली स्कॉर्पियो कार मनसुख हिरेन की ही थी। हिरेन पांच मार्च को ठाणे जिले के क्रीक में मृत पाए गए थे।

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