नईदिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज 4सी- चरित्र, आचरण, क्षमता और शक्ति के आधार पर जनता को अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करने पर जोर दिया है। उपराष्ट्रपति आज तेलंगाना के पूर्व मुख्य सचिव एस.के. जोशी द्वारा लिखित, "इको टी कॉलिंग: टुवर्ड्स पीपल-सेंट्रिक गवर्नेंस" के तेलुगु अनुवाद 'सुपारीपालन' पुस्तक का विमोचन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि सुशासन के लिए आवश्यक चरित्र, आचरण, क्षमता और शक्ति का स्थान अन्य 4-सी अर्थात जाति, समुदाय, नकदी और आपराधिकता ले रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि शासन-केंद्रित चुनाव से नागरिक-केंद्रित शासन आएगा। उपराष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सुशासन जरूरी है। नायडू ने आगे कहा कि लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सुशासन भी उतना ही महत्वपूर्ण है और इससे खुशी मिलती है।
निर्वाचित सरकारों को 'पब्लिक ट्रस्ट का धारक' बताते हुए नायडू ने उन्हें जिम्मेदारी से कार्य करने और लोगों की कर्तव्यनिष्ठा से सेवा करने की सलाह दी। उन्होंने सभी नागरिकों के लिए जीवन को बेहतर बनाने के लिए सरकार के प्रयासों को कारगर बनाने का आह्वान किया। नायडू ने लेखक डॉ. शैलेंद्र जोशी, अनुवादक अन्नपूर्णाप ब्रह्मैया और प्रकाशक मारुति को पुस्तक के लिए बधाई दी।