विश्व की शीर्ष 5 लैपटॉप निर्माता कंपनी को देश में लाने का प्रयास, PLI स्किम को मिली मंजूरी
नईदिल्ली। केंद्र सरकार ने आईटी हार्डवेयर सेक्टर के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम (उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना) को अपनी मंजूरी दे दी है। इस स्कीम में घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने एवं बड़े पैमाने पर निवेश आमंत्रित करने के लिए प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस स्कीम को मंजूरी दी गई। बैठक के बाद मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लैपटॉप और आईपैड बनाने वाली दुनिया की शीर्ष 5 कंपनियों को सरकार भारत में लाना चाहती है। इसके साथ ही भारतीय कंपनियों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले 5 सालों में केंद्र सरकार का लक्ष्य 3,26,000 करोड़ रुपये का उत्पादन करना होगा। 2,45,000 करोड़ रुपये का निर्यात होगा।
35,000 करोड़ रुपये का प्रोडक्शन -
रविशंकर ने कहा कि मोबाइल फोन और उसके पार्ट्स से जुड़ी प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के तहत 35,000 करोड़ रुपये का प्रोडक्शन हुआ है। उन्होंने बताया कि इससे 22,500 लोगों को नौकरियां मिली हैं और 13,000 करोड़ रुपये का निवेश आया है।
5 से 10 प्रतिशत योगदान -
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आईटी हार्डवेयर उत्पादों का योगदान देश में इस वक्त 5 से 10 प्रतिशत है। आने वाले 5 सालों में यह 20 से 25 प्रतिशत होगा और 2 लाख लोगों को नौकरियां मिलेंगी। हार्डवेयर का उत्पादन एक ट्रिलियन डिजिटल अर्थव्यवस्था में भी अच्छा योगदान देगा।