प्रत्यक्ष कर संग्रह दोगुना हुआ, 30 हजार 731 करोड़ रुपये टैक्स का रिफंड किया

Update: 2021-06-17 08:05 GMT

नईदिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर और लॉकडाउन के बावजूद कर संग्रह के र्मोचे पर सरकार को अच्छी सफलता मिली है। वित्त वर्ष 2021-22 में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह दोगुना से ज्यादा 1.85 लाख करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी अवधि में यह 92,762 करोड़ रुपये रहा था। इस तरह इसमें 100.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। आयकर विभाग ने बुधवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक कर राशि को हटाकर शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह एक अप्रैल से 15 जून, 2021 के बीच 1,85,871 करोड़ रुपये रहा। इसमें कॉर्पोरेशन टैक्स 74,356 करोड़ रुपये, जबकि प्रतिभूति सौदा कर समेत व्यक्तिगत आयकर संग्रह 1,11,943 करोड़ रुपये रहा।सीबीडीटी के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक 30,731 करोड़ रुपये कर रिफंड किए गए हैं। चालू वित्त वर्ष में अब तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 2.16 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 1.37 लाख करोड़ रुपये था। इसके साथ ही सकल कंपनी आयकर संग्रह 96,923 करोड़ रुपये, जबकि व्यक्तिगत आयकर संग्रह 1.19 लाख करोड़ रुपये रहा।

अग्रिम कर -

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर के मुताबिक अग्रिम कर संग्रह 28,780 करोड़ रुपये, जबकि स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) 1,56,824 करोड़ रुपये रहा। इसके अलावा खुद से आकलन किया गया कर संग्रह 15,343 करोड़ रुपये और नियमित आकलन कर 14,079 करोड़ रुपये रहा। सीबीडीटी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के शुरुआती महीनों के बेहद चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद पहली तिमाही के लिए अग्रिम कर संग्रह करीब 146 फीसदी बढ़कर 28,780 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 11,714 करोड़ रुपये था।

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