पाकिस्तान में Suzuki ने बंद किया कारोबार, अब नहीं बिकेंगी Swift और WagonR
पाकिस्तान में सरकार की नीतियों से चौपट हुआ ऑटोमोबाइल उद्योग
इस्लामाबाद। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान में एक के बाद एक उद्योग-धंधे बंद होते जा रहे है। पिहकले 6 महीने में कई विदेशी कंपनियां अपना कारोबार पाकिस्तान से समेट चुकी है। इसी कड़ी में जापानी कार निर्माता कंपनी सुजुकी ने आज पाकिस्तान में करोबार बंद करने का ऐलान कर दिया है। कंपनी ने एक स्टॉक फाइलिंग में कहा है कि वह पाकिस्तान में अपने कारखाने को अस्थायी रूप से बंद कर रही है, क्योंकि पुर्जों और एक्सेसरीज की कमी है। कंपनी ने पाकिस्तान की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है।
कंपनी ने कंपनी ने 22 जून से 8 जुलाई तक अपने मोटरसाइकिल और कार मैन्युफैक्चरिंग प्लाांट को बंद रखने की घोषणा की है। इससे पहले भी सुजुकी पाकिस्तान ने अगस्त 2022 में अपनी फैक्ट्री और शोरूम को 75 दिनों के लिए बंद कर दिया था। बता दें की कंपनी पाकिस्तान में ऑल्टो, वैगनआर और स्विफ्ट जैसी कारें बचती है। कंपनी की बिक्री में बड़ी गिरावट आई है। इस साल अप्रैल में बेची गई 1,474 यूनिट्स की तुलना में मई 2023 में 2,958 वाहनों की बिक्री हुई है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 134,270 यूनिट्स की तुलना में वित्त वर्ष 23 में बिक्री में 54% की गिरावट के साथ ये आंकड़ा 62,354 यूनिट्स ही रहा था।
पाकिस्तान की नीतियों से चौपट हुआ ऑटोमोबाइल उद्योग -
कंपनी का कहना है कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कलपुर्जों के आयत के लिए स्वीकृति लेना अनिवार्य कर दिया है। नियमों में जटिलता के कारण इन्वेंट्री का स्तर कम हुआ है। इसकी वजह से कंपनी की सेल वित्त वर्ष 23 में 54 प्रतिशत गिरकर 712 मिलियन डॉलर हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 1.558 बिलियन डॉलर थी।इसके अलावा सरकार ने वाहन ऋणों पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी है।मार्च में देश में ब्याज दर 7% से बढ़ाकर अब 21% कर दी गई है। जिसके बाद लोगों ने वाहन क्रय में करने में रूचि कम कर दी है। ब्याज दरों में वृद्धि भी ऑटो उद्योग की खस्ताहाली का मुख्य कारण है।पाकिस्तान में बैंक वित्तपोषण के माध्यम से कार की बिक्री में अगले छह महीनों तक गिरावट रहने की उम्मीद है क्योंकि कोई पाकिस्तान में कोई नया ऑटो लोन नहीं दिया जा रहा है।