स्वदेश वेब डेस्क। हॉबी कहें या शौक, यदि उसे पूरे मन से किया जाए और उसके बारे में और जानने-सीखने का प्रयास किया जाए तो जीवन में इसका काफी फायदा होता है। कहते हैं कि हर बच्चे की कम से कम एक हॉबी होनी बहुत जरूरी है। हॉबी का अर्थ है ऐसा काम, जिसे करते हुए आपको आनंद महसूस हो और जिसके बारे में आप और ज्यादा जानना-सीखना चाहें।
♦ गायन: संगीत उच्चकोटि की कला मानी जाती है। गायन सीखने के लिए सुर और ताल की समझ होनी जरूरी है। इसके लिए प्रतिदिन रियाज करना पड़ता है। यह रियाज किसी गुरु की देखरेख में करना जरूरी है। गायन फेफड़ोंं को मजबूत बनाता है और तनाव भी कम करता है।
♦ खेल: कई बच्चे विभिन्न प्रकार के खेलों में माहिर होते हैं। बच्चों की यह प्रतिभा भी नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए।
♦ चित्रकारी: कई बच्चों को पेंटिंग करना बेहद पसंद होता है। आप नहीं करते हो तो अब शुरू करें। जो महसूस करते हैं उसे कागज पर उतारें। स्कैचिंग क्लास भी ज्वॉइन कर सकते हैं। पेंटिंग से रचनात्मकता बढ़ती है। निरंतर प्रयास करने से धैर्य का गुण विकसित होता है और राइटिंग अच्छी होती जाती है।
♦ लेखन: लिखना एक बेहतरीन हॉबी है। लिखते समय आपकी कल्पना कहीं भी जा सकती है। यह न सोचें कि लिखने के लिए आपकी उम्र अभी कम है। आप भी एक डायरी बनाएं और जो मन में है, उसे वैसा ही कागज पर उतार दें।
.....हॉबी के फायदे.....
= इससे पढ़ाई के बाद बच्चे समय का सही इस्तेमाल कर पाते हैं।
= बड़े होने पर बच्चों को कॅरियर बनाने में मदद मिलती है।
= इससे बच्चे सक्रिय रहते हैं, दूसरे बच्चों से घुलते- मिलते हैं जिससे उनमें सक्रियता बढ़ती है।
= यह आत्मविश्वास बढ़ाती है।
= बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा उभर कर सामने आती है।