वेबडेस्क। गर्मियों का मौसम शुरू होते ही तरल और ठंडी तासीर वाले फलों और जूस की मांग बढ़ जाती है। इस मौसम में आम, अंगूर गन्ने के रस के साथ बाजारों में बेलपत्र का फल भी खूब बिकता है। बेल का शरबत गर्मियों में ताजगी और ठंडक देता है। जिसके कारण इसकी पूरे सीजन में जमकर बिक्री होती है।
बेल के शरबत में स्वादिष्ट होने के साथ बेहद पौष्टिक होता है। आयुर्विज्ञान के अनुसार ये विभिन्न बिमारियों में रामबाण का काम करता है। गर्मियों में इसके नियमित सेवन से बदहजमी, मूत्र रोग, ब्लड प्रेशर, मधुमेह,जैसी बीमारियां नियंत्रित रहती है। वहीँ दस्त, हैजा और पीलिया रोग में लाभ मिलता है। इसके अलावा मुंहासे, माथे झुर्रियां, बालों का रूखापन भी दूर होता है।
दिल की बीमारियों से आराम -
बेल फल को दिल की बीमारियों के लिए बड़ा गुणकारी माना जाता है। यह एक प्रकार का एजेंट है, जो दिल की बीमारियों को दूर करने का काम करता है।
पीलिया में गुणकारी -
पीलिया होने पर लिवर में सूजन बढ़ जाती है। बेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो लिवर की सूजन को दूर करने में सहायक होते है।
शरबत बनाने की विधि -
यदि आप गर्मियों में बीमारी से बचकर स्वस्थ रहना चाहते है तो आइए हम आपको बताते है की इस शरबत को कैसे तैयार करें।
सामग्री -
- बेलफल - 1 (मध्यम आकार)
- पानी - 1 कप
- जीरा पाउडर - ½ चम्मच
- काला नमक - स्वादानुसार
विधि -
बेलफल का गुदा निकालकर 1 कप पानी में 10 मिनट के लिए भिगो दें। इसके बाद ब्लेंडर का उपयोग कर गुदे का रस बनाएं और छानकर निकाल लें। अब स्वादानुसार कालानमक और भुना हुआ जीरा पाउडर डालें। आपका बेल का शरबत पूरी तरह तैयार है। इस शरबत को एयर टाईट कंटेनर में फ्रिज में पांच दिनों तक सहेज कर रखा जा सकता है।