हेल्थ टिप्स। ब्राह्मी बुद्धि तथा उम्र दोनों को बढ़ाती है यह आयुर्वेद के अनुसार सबसे उत्तम और चमत्कारिक औषधि है। वसंत पंचमी के 9 दिन पूर्व अगर इसका विधिवत सेवन किया जाए तो इसके अचूक चमत्कारिक परिणामों से वंचित नहीं रहा जा सकता। माघ मास की चतुर्दशी से वसंत पंचमी तक यानी 9 दिनों में ब्राम्ही का सेवन विशेष फलदायी माना गया है।
ब्राम्ही का आयुर्वेद के अनुसार अत्यंत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि जिस प्रकार गर्भ में पलने वाला शिशु नौ महीनों में परिपक्त होता है और उसे जीवन प्राप्त होता है, उसी प्रकार चतुर्दशी से लेकर बसंत पंचमी के बीच नौ दिन की अवधि में ब्राम्ही परिपक्व होती है और अपने विशिष्ट गुणों के कारण बेहद असरदार हो जाती है। विद्या की देवी मां सरस्वती के जन्मदिन पर ही यह अपने सर्वोत्तम परिपक्व रूप को प्राप्त करती है। अत: इन 9 दिनों में ब्राम्ही के सेवन का विशेष तौर पर महत्व माना गया है।
नोट : इसके अत्यधिक या गलत सेवन से मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं, अत: किसी विशेषज्ञ की सलाह लेकर ही इसका सेवन करें।