"साहब मैं जिंदा हूं": राजगढ़ में प्रशासन ने जीवित व्यक्ति को घोषित किया मृत, कलेक्टर ने जांच के दिए आदेश

Update: 2025-01-23 08:09 GMT

Alive Person Declared Dead in Rajgarh : राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक जीवित व्यक्ति को कागजों में मृत घोषित कर दिया गया है। इतना ही नहीं, मृत व्यक्ति के नाम से अंत्येष्टि की राशि भी निकाल ली गई, जिससे प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यह मामला ग्राम पंचायत तिंदोनिया का है, जहां ग्राम निवासी पुरुषोत्तम पिता मोहनलाल खाती को 1 नवंबर 2018 को मृत घोषित कर दिया गया था। अब पीड़ित खुद को जिन्दा साबित करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है।

मृत घोषित होने का मामला

पुरुषोत्तम की समग्र आईडी क्रमांक 175917947 के अनुसार, उन्हें 1 नवंबर 2018 को मृत घोषित किया गया था। इसके बाद 9 फरवरी 2019 को उनके नाम से 5,000 रुपये की अंत्येष्टि राशि भी निकाल ली गई। इसके साथ ही उनका नाम मतदाता सूची से भी हटा दिया गया, जिसके कारण उन्हें चुनाव में मतदान का अधिकार भी नहीं मिला।

कलेक्टर से लगाई गुहार

मृत घोषित होने के बाद पीड़ित व्यक्ति को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था। परेशान होकर पुरुषोत्तम ने जिला कलेक्टर डॉ. गिरीश मिश्रा से अपनी पीड़ा साझा की और कहा कि, "साहब, मैं जिंदा हूं, बताइए मुझे कैसे खुद को जिंदा साबित करूं?" पंचायत के अधिकारियों द्वारा उन्हें मृत घोषित किया गया और अंत्येष्टि राशि भी निकाली गई, जिससे वह अब प्रशासन के चक्कर काटने को मजबूर हैं।

कलेक्टर द्वारा जांच के आदेश

कलेक्टर ने इस मामले पर तुरंत संज्ञान लिया और जनपद पंचायत सीईओ राजीव मिश्रा को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। पुरुषोत्तम ने बताया कि 1 नवंबर 2018 को जब उन्हें मृत घोषित किया गया, तब से वह शासन की योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे थे और चुनावों में भी हिस्सा नहीं ले सके थे। अंत में उन्हें यह पता चला कि उनकी मृत्यु की घोषणा प्रशासन द्वारा कर दी गई थी।

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