Hemant Soren Bail: हेमंत सोरेन 5 महीने बाद जेल से हुए रिहा, इस मामले में हेमंत सोरेन को किया गया गिरफ्तार
हेमंत सोरेन को भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उच्च न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया।
Hemant Soren Bail: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन को भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उच्च न्यायालय द्वारा जमानत दिए जाने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 5 महीने बाद, मैं कानूनी रूप से जेल से बाहर आया हूं। पिछले 5 महीने झारखंड के लिए चिंताजनक रहे,"पूरा देश जानता है कि मैं जेल क्यों गया।
#WATCH | Former Jharkhand CM & JMM leader Hemant Soren released on bail from Birsa Munda jail in Ranchi
— ANI (@ANI) June 28, 2024
He was granted bail by Jharkhand HC in a land scam case. pic.twitter.com/uyuCsSP7NT
न्यायमूर्ति रोंगन मुखोपाध्याय की एकल पीठ ने 50,000 रुपये के जमानत बांड और समान राशि के दो जमानतदारों पर सोरेन को जमानत दी। सोरेन के वकील ने बताया कि अदालत ने माना है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रथम दृष्टया अपराध के दोषी नहीं हैं। अदालत ने माना है कि प्रथम दृष्टया वह अपराध के दोषी नहीं हैं और जमानत पर रहने के दौरान याचिकाकर्ता द्वारा अपराध किए जाने की कोई संभावना नहीं है।"
#WATCH | After being released on bail, former Jharkhand CM Hemant Soren, "After 5 months, I have come out of jail legally. The last 5 months remained worrisome for Jharkhand. The whole country knows why I went to jail..." pic.twitter.com/D3IouY7lKW
— ANI (@ANI) June 28, 2024
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। 48 वर्षीय राजनेता तब से रांची की बिरसा मुंडा जेल में बंद थे। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) का प्रतिनिधित्व कर रहे एसवी राजू ने जमानत याचिका पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि सोरेन एक प्रभावशाली व्यक्ति हैं और उन्होंने पहले भी राज्य मिशनरी का इस्तेमाल करके खुद को बचाने की कोशिश की थी। “अगर उन्हें जमानत दी जाती है, तो वह राज्य मशीनरी का दुरुपयोग करके जांच को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं।