फारूक अब्दुल्ला ने कहा 'श्रीराम हमारे भी भगवान', गाया - किस गली गयो मेरे राम... आंगन मोरा, सूना-सूना
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने लिया फारूक अब्दुल्ला का साक्षात्कार
नईदिल्ली। अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को होने जा रहे श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समरोह से पहले पूरा देश राम मय हो गया है। हर गली- चौराहे पर भगवान श्रीराम के नाम की चर्चा हो रही है। इसी कड़ी में एक ऐसी वीडियो सामने आई है, जिसे देख हर कोई हैरान रह गया है। इस वीडियो में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और श्री राम मंदिर के खिलाफ केस लड़ने वाले नेता और वकील कपिल सिब्बल नजर आ रहे है। बड़ी बात ये है की दोनों नेता भगवान के राम के वनवास और उनके आदर्शों की चर्चा कर रहे है , इस दौरान फारूक अब्दुल्ला राम भजन भी गाते नजर आ रहे है।
दरअसल, इस वीडियो को 'Dil se with Kapil Sibal' यूट्यूब चैनल पर शेयर किया गया ह। इसमें कपिल ने फारूक से खास बातचीत में देश के तमाम मसलों पर राय जानी। दोनों ने भगवान राम के जीवन पर भी बात की। इस वीडियो में कपिल सिब्बल नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक से धारा 370 , आतंकवाद आदि विषयों के बीच पूछते है क्या आप राम को मानते है ? इसके जवाब फारूक अब्दुल्ला कहते है बेशक वह भगवान श्रीराम के साथ उनके आदर्शों को भी मानते है।
भगवान राम हमारे भी भगवान है -
कपिल सिब्बल आगे कहते है कि आपने यह भी कहा कि भगवान राम, हमारे भी भगवान हैं। इसके जवाब में फारूक कहते है मैं ये बात बार-बार कहता हूं। उन्होंने पाकिस्तान के एक मौलाना इसरार का किस्सा सुनाते हुए कहा कि मौलाना इसरार ने कुरान की तर्ज पर 60 किताबें लिखी हैं। उसमें उन्होंने दो शख्सियत के बारे में लिखा है. एक- भगवान राम और दूसरे- गौतम बुद्ध। दोनों बादशाह (राजा) थे। लेकिन उन्होंने बादशाह पद ठुकरा दिया और कहा कि हमें लोगों को सच्चाई का रास्ता दिखाना है. .उस रास्ते पर पहले वे खुद चले। बादशाहत छोड़ दी और सबके साथ इंसाफ किया. य। द है आपको. महात्मा गांधी क्या कहते थे- राम राज्य. इसका मतलब- सबके लिए बराबरी। कोई फर्क नहीं होगा, भारत बहुत बड़ा है, कितने लोग, कितने धर्म और कितनी भाषाएं हैं। ये पूरा देश एक बाग की तरह है. अलग-अलग रंग देखने को मिल जाएंगे। ये खूबसूरती भारत की है।
किस गली गयो मेरे राम
कपिल सिब्बल इस दौरान फारूक अब्दुल्ला से राम भजन गाने के लिए कहते है। फारूक ने 'मेरे राम, मेरे राम, मेरे राम...किस गली गयो मेरे राम... आंगन मोरा, सूना-सूना... आंगन मोरा... गाकर अपनी बात पूरी की।