Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने किया बड़ा दावा, इस बार बीजेपी इतने सीटें जीतकर बना रही है सरकार जानें

उन्होंने आगे कहा कि हम इस बार संकल्पित होकर आए हैं, जब तक बिहार को सुधार नहीं लेंगे तब तक तो किसी के सामने हांथ नहीं पसारने वाले, हमने किसी नेता और दल का नहीं आपका हाथ पकड़ा है हमने यहां के लोगों, बच्चों और बुजुर्गों का साथ पकड़ा है।

Update: 2024-05-21 11:32 GMT

Prashant Kishor: 2014 के लोकसभा चुनाव से चर्चित बाद में यूपी बिहार, बंगाल की राजनीति में कई पार्टियों के साथ काम कर चुके राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले प्रशांत किशोर अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं के साथ ही किशोर ने LOKSABHA ELECTION 2024 के बीच एक और ऐसा बयान दे दिया है। जिससे की राजनीति और राजनैतिक दलों के नेताओं के काम करने तौर तरीकों में बदलाव देखा सकता है।

सोमवार 20 मई को दिए अपने बयान में प्रशांत किशोर ने कहा कि इस बिहार के अंदर कोई सबसे ज्यादा परेशान है तो वो हैं बिहार के बुजुर्ग, ऐसी उम्र के लोग 60 साल के होते हैं। जो ना जाके कहीं पर मजदूरी कर सकते हैं और ना ही कही जाके काम कर सकते हैं। ऐसे लोग केवल और केवल इस उम्र में दुविधाओं से भरे होते हैं। अगर आने वाले वक्त में बिहार के अंदर जन सुराज पार्टी की सरकार बनती है तो यहां पर 60 साल से अधिक उम्र की महिला और पुरुषों के लिए हर माह में 2000 रू. पेंशन की व्यवस्था का जाएगी।

उन्होंने आगे कहा कि हम इस बार संकल्पित होकर आए हैं, जब तक बिहार को सुधार नहीं लेंगे तब तक तो किसी के सामने हांथ नहीं पसारने वाले, हमने किसी नेता और दल का नहीं आपका हाथ पकड़ा है हमने यहां के लोगों, बच्चों और बुजुर्गों का साथ पकड़ा है। दो साल में जैसे आप दही को मथकर मक्खन निकालते हैं, वैसे ही समाज को मथकर, बिहार को मथकर ऐसे लोगों को निकालेंगे, जिसको आपके आशीर्वाद और वोट से जिताकर लाएं और जनता का राज बनाएं। दो साल में जनता का राज बनेगा।

राज्य व्यवस्था पर उठाया सवाल

लोकसभा चुनाव में तो बयानबाजी तो होती ही रहती पर है इन सब के इतर जो हमने बिहार के अंदर देखा है समझा जाना है उसके आधार पर हम लोगों के बीच में जाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हम लोगों के बीच जाकर के सरकार के बारे में पूछते या जानने की कोशिश करते है तो पता चलता है कि सब हवा है। लोगों ने यहां कभी भी काम रोजगार, शिक्षा के लिए वोट नहीं दिया, मैंने एक से पूछा कि अगली बार वोट किस आधार पर दोगे काम काज( रोजगार) या फिर जो 5 किलो राशन जो फ्री मिल रहा है उसके आधार पर, तब फिर लोगों ने रोजगार कहा इस दौरान प्रशांत किशोर ने दोबारा सवाल किया कि आपको जाति का नेता चाहिए कि आपके बच्चों को पढाई चाहिए, कि आप चाहते कि आपका बच्चे केवल गांव में आए नाच को देखें, इस पर लोगों ने कहा हमें अपने बच्चों के लिए पढ़ाई चाहिए।

प्रशांत किशोर ने यह खुले तौर पर कहा है कि चाहे गली- नाली बने या फिर ना बने, सड़कों पर पानी लग रहा है लगने दीजिए सब हो जाएगा, मगर सबसे पहले हमारी यही प्राथमिकता है कि हमारे लोगों को यहां के लोगों को रोजगार दिया जाए आपके गांव में जितने युवा बेरोजगार बैठे हैं उनके लिए कम से कम 10 से 15 हजार का रोजी-रोजगार बिहार में करके दिया जाएगा। स्कूल अस्पताल जब सुधरेगा तब सुधरेगा

बीजेपी को लेकर किया दावा

इसके साथ ही उन्होंने  लोकसभा 2024 के चुनाव को लेकर कहा कि सीटों का तो पता नहीं पर इस बार बीजेपी और एनडीए बिहार के अंदर सरकार बनाती हुई दिख रही है। 


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