इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सरकार बनाम विपक्ष की लड़ाई तेज होती जा रही है। प्रधानमंत्री इमरान खान मुख्य विपक्षी दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को लंदन से वापस लाने के प्रयासों में लगे हैं। अब पाकिस्तान सरकार ने नवाज शरीफ के भाई व नेशनल एसेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ से दस दिनों के भीतर अपने भाई नवाज शरीफ की मेडिकल रिपोर्ट देने को कहा है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों में सर्वाधिक नौ साल से अधिक प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ इस समय चिकित्सकीय कारणों से लंदन में हैं। अब पाकिस्तान सरकार उनका चिकित्सकीय परीक्षण कर वापस पाकिस्तान लाने की तैयारी में जुट गयी है। नवाज शरीफ की प्रत्यर्पण प्रक्रिया तेज करने की रणनीति बनाई गयी है। पाकिस्तान के अटार्नी जनरल खालिद जावेद के कार्यालय से जारी एक पत्र में शहबाज शरीफ से 10 दिनों के अंदर नवाज शरीफ की मेडिकल रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। ऐसा न होने पर पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 204 के साथ अदालत की अवमानना अध्यादेश, 2003 की धारा 3 के तहत कार्रवाई की चेतावनी भी दी गयी है।
इससे पहले लंदन में इलाज के दौरान पंंजाब सरकार को नवाज शरीफ की मेडिकल रिपोर्ट प्राप्त हुई थी। इस रिपोर्ट की पड़ताल कराने का फैसला इमरान सरकार ने किया था। अटार्नी जनरल ने पंजाब सरकार के गृह सचिव जफर नसरुल्ला खान को पत्र लिखकर मेडिकल रिपोर्ट की जांच के लिए एक नए मेडिकल बोर्ड का गठन करने के लिए कहा था।