बीजिंग की संपत्ति नहीं है दक्षिण चीन सागर, छूट दी तो और क्षेत्र पर कब्जा कर लेगा ड्रैगन : अमेरिकी विदेश मंत्री
वॉशिंगटन। दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावे को खारिज करते हुए अमेरिका ने दो टूक कहा है कि यह बीजिंग की संपत्ति नहीं है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ ने शनिवार को चीन पर करारा वार किया और कहा कि यदि चीन अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करता रहा और स्वतंत्र देशों ने कुछ नहीं किया तो वह और क्षेत्र पर कब्जा कर लेगा। दक्षिण चीन सागर को लेकर कई देशों से भिड़ता आ रहा ड्रैगन अमेरिका के इस आक्रामक तेवर से और बेचैन हो सकता है।
माइक पॉम्पिओ ने कहा, ''अमेरिका की नीति शीशे की तरह साफ है। साउथ चाइना सी चीन की समुद्री संपत्ति नहीं है। यदि बीजिंग अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करता रहा और स्वतंत्र देश कुछ नहीं करेंगे तो इतिहास बताता है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी और क्षेत्र पर कब्जा कर लेगी। चाइना सी विवाद का निपटारा अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक हो।
दक्षिण चीन सागर तीन द्वीपसमूह में बांट हुआ है। चीन लगभग संपूर्ण साउथ चाइना सी पर संप्रभुता का दावा करता है और हाल के सालों में उसने इस पर आक्रामकता बढ़ा दी है। अमेरिका ने आधिकारिक रूप से साउथ चाइना सी के अपतटीय संसाधनों पर चीन के दावों को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे पूरी तरह बदमाशी का अभियान और अवैध करार दिया है।
इससे पहले 13 जुलाई को पॉम्पिओ ने साउथ चाइना सी पर अमेरिकी रुख को स्पष्ट करते हुए बयान जारी किया था। उन्होंने कहा था कि चीनी सरकार के पास इस क्षेत्र पर अपनी इच्छा थोपने का कोई कानूनी आधार नहीं है। अमेरिका ने चीन के खिलाफ अपने रुख को सख्त कर लिया है। खासकर कोरोना वायरस महामारी को लेकर विश्व के दो सुपरपावर के बीच रिश्ते बेहद खराब हो चुके हैं।