कीव। सीमा पर रूस की सेनाओं के जमावड़े और वापसी की सूचनाओं के साथ सैन्य हमले के अंदेशे से त्रस्त यूक्रेन पर तगड़ा साइबर हमला हुआ है। इस बार दो सबसे बड़े सरकारी बैंकों और प्रमुख सरकारी वेबसाइट्स को निशाना बनाया गया है। इस कारण ऑनलाइन वित्तीय कामकाज ठप हो गया है। इस हमले के पीछे रूस का हाथ होने की आशंका जताई गई है।
रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य तनाव अचानक साइबर तनाव में तब्दील हो गया। यूक्रेन सरकार के आधिकारिक सूत्रों ने सरकारी वेबसाइट्स पर जोरदार साइबर अटैक की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक साइबर अटैक की वजह से यूक्रेन की दर्जन भर से अधिक प्रमुख वेबसाइट्स ने काम करना बंद कर दिया है। इनमें रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय और वित्त मंत्रालय से जुड़ी साइट्स हैं।
यूक्रेन के दो सबसे बड़े सरकारी बैंक भी इस साइबर हमले का शिकार हुए हैं। सरकारी स्वामित्व वाले देश के सबसे बड़े बैंक प्रिवेट बैंक और शासकीय स्वामित्व वाले स्बर बैंक पर भी साइबर हमले की बात प्रकाश में आई है। इन बैंकों के ग्राहकों का कहना है कि दोनों बैंकों के एप्स ने काम करना बंद कर दिया है।इस कारण ऑन लाइन भुगतान बंद हो गए हैं। युद्धकाल की संभावना के बीच ऑन लाइन वित्तीय कामकाज बंद होना दोहरी चुनौती बन गया है। इस बीच यूक्रेन के सूचना मंत्रालय के संचार और सूचना सुरक्षा केंद्र ने जमाकर्ताओं का पैसा सुरक्षित है। मंत्रालय ने इस साइबर हमले के पीछे रूस का हाथ होने की संभावना बताई है।