#GalwanValleyClash : भारत के साथ और अधिक झड़प नहीं चाहते हम

Update: 2020-06-17 09:14 GMT

नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में संघर्ष पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि चीनी पक्ष से, हम भारत के साथ और अधिक झड़पों को नहीं देखना चाहते हैं। गलवान घाटी क्षेत्र की संप्रभुता हमेशा चीन से संबंधित रही है। सीमा से जुड़े मुद्दों और हमारी कमांडर स्तर की वार्ता की सर्वसम्मति के बाद भी भारतीय सैनिकों ने हमारी सीमा प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। हम भारत से अपने सीमावर्ती सैनिकों को सख्ती से अनुशासित करने, उल्लंघन और उत्तेजक गतिविधि को रोकने के लिए बातचीत के माध्यम से मतभेदों को सुलझाने के लिए कहते रहे हैं। हम राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से संचार कर रहे हैं। इसका सही और गलत होना बहुत स्पष्ट है । यह घटना एलएसी के चीनी पक्ष में हुई और इसके लिए चीन को दोष नहीं दिया जाए।

15 जून की रात को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की इस अप्रत्याशित कार्रवाई हुई। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि 16 जून को दोनों ओर से सैनिकों द्वारा कोई गोलीबारी नहीं की गई, दरअसल सैनिकों के बीच पथराव हुआ। डंडों से एक-दूसरे पर हमला किया गया। चीन ने भी मान लिया है कि सोमवार (15 जून) रात एलएसी पर लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़प के दौरान उसके भी सैनिक मारे गए हैं। हालांकि उसके कितने सैनिक हताहत हुए हैं, इसकी उन्होंने सटीक जानकारी नहीं दी। चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के हवाले से चीन की सेना (पीएलए) का यह बयान जारी हुआ है। इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए।

वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ताजा घटनाक्रम के बाद एक चीनी सैन्य प्रवक्ता ने मंगलवार (16 जून) को भारतीय सैनिकों से अपील करते हुए कहा कि वे सीमा पर चीनी सैनिकों के खिलाफ सभी भड़काऊ कार्रवाइयों को तुरंत रोके और बातचीत के माध्यम से विवादों को सुलझाने के सही रास्ते पर वापस आए। 

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