इमरान खान की पार्टी चुनाव चिह्न बचाने के लिए उच्चतम न्यायालय पहुंची
पार्टी के संगठनात्मक चुनाव को अमान्य घोषित किया गया था और इसका चुनाव चिह्न ‘क्रिकेट का बल्ला’ रद्द कर दिया गया था।
लाहौर । पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी चुनाव चिह्न बचाने के लिए उच्चतम न्यायालय पहुंच गई है। पार्टी ने यह फैसला लाहौर उच्च न्यायालय के एक फैसले के बाद लिया है जिसमें उच्च न्यायालय ने पाकिस्तान निर्वाचन आयोग का वह आदेश बहाल कर दिया था जिसमें पार्टी के संगठनात्मक चुनाव को अमान्य घोषित किया गया था और इसका चुनाव चिह्न ‘क्रिकेट का बल्ला’ रद्द कर दिया गया था।
पेशावर उच्च न्यायालय (पीएचसी) ने बुधवार को पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) के आदेश को बहाल कर दिया था जिसके बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने लाहौर उच्च न्यायालय का रुख किया था। हालांकि, गुरुवार को लाहौर उच्च न्यायालय ने पार्टी की याचिका खारिज कर दी। जानकारी के अनुसार पार्टी की याचिका पर शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में सुनवाई होगी इमरान की पार्टी की ओर से गुरुवार को उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका में दलील दी गई है कि पीएचसी ने आयोग की दलीलें सुनने के बाद अपना फैसला सुनाया थाअदालत के 26 दिसंबर के आदेश में यह प्रदर्शित हुआ था, इसलिए अदालत का बुधवार का फैसला “कायम रहने योग्य नहीं” है।
खबर के मुताबिक, याचिका में पीएचसी के बुधवार के आदेश को “बेहद कठोर, गैर तर्कसंगत और कायम नहीं रखने योग्य” करार दिया गया। उल्लेखनीय है कि 22 दिसंबर को पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने इमरान की पार्टी के संगठनात्मक चुनाव को खारिज करने के साथ ही पार्टी का चुनाव चिह्न क्रिकेट का बल्ला रद्द कर दिया था। दिसंबर में हुए इस चुनाव में बैरिस्टर गौहर खान को पार्टी का नया अध्यक्ष चुना गया था