नई दिल्ली। मुसलमान के पाक पर्व रमजान की शुरुआत हो चुकी है , कोरोना वायरस को देखते हुए दुनिया के कई देशों में पूरे तरीके से लॉकडाउन लगा दिया गया है। पाकिसतन में कोरोना को लेकर रमजान में मस्जिद में पढ़ने वाली नमाज़ पर भी रोक लगा दी गयी थी,लेकिन मौलानाओ के विरोध के बाद फिर से पढ़ने की अनुमति दे दी गयी है।
रमजान महीने में हर दिन जरुरत के सामान को लेकर कमी दिख रही है । जरुरी चीज़ों की किल्लत को लेकर हर चीज़ के दाम बढ़ा दिय गए है। कोरोना वायरस महामारी भी बड़े विक्रेताओं पर अंकुश लगाने में विफल रही है. लॉकडाउन के कारण शहर के ज्यादातर बाजार बंद हैं, लेकिन सड़कों पर खुले में बेचे जाने वाले सामन की कीमतें आसमान छू रही हैं. कराची के विभिन्न हिस्सों में फलों और हरे मसालों के दाम आसमान छू रहे हैं.
पाकिस्तान में कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर लॉकडाउन लगाया गया था। लॉकडाउन के बाद से लगातार चीजें महंगी होती जा रही हैं. सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल की तुलना में देश में महंगाई की दर 7.90 फीसदी बढ़ गयी है । पिछले सप्ताह 14 जरूरी वस्तुओं की कीमतें बढ़ी हैं उनमें आलू, प्याज, लहसुन, चिकन, गुड़, सरसों का तेल, मटन, बीफ, चावल और ताजा दूध सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं.