ISKCON धार्मिक गुरु चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी: भारत नाराज, कहा- अपराधी अभी भी खुलेआम घूम रहे...मंदिरों को अपवित्र किया जा रहा
नई दिल्ली। ISKCON के धार्मिक नेता चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है। भारत ने नाराजगी जताते हुए धार्मिक नेता चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी पर कड़ा विरोध किया है। भारत ने यह भी कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि अपराधी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं...मंदिरों को अपवित्र किया जा रहा है और धार्मिक नेता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बयान जारी करते हुए कहा -
हम श्री चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी और जमानत से इनकार करने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं, जो बांग्लादेश सम्मिलित सनातन जागरण जोत के प्रवक्ता भी हैं। यह घटना बांग्लादेश में चरमपंथी तत्वों द्वारा हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर कई हमलों के बाद हुई है। अल्पसंख्यकों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में आगजनी और लूटपाट के साथ-साथ चोरी और तोड़फोड़ और देवताओं और मंदिरों को अपवित्र करने के कई मामले सामने आए हैं।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं के अपराधी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन एक धार्मिक नेता पर आरोप लगाए जा रहे हैं, जिन्होंने शांतिपूर्ण सभाओं के माध्यम से वैध मांगें प्रस्तुत कीं। हम अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर भी चिंता व्यक्त करते हैं, जो श्री दास की गिरफ्तारी के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं।
हम बांग्लादेश के अधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं, जिसमें उनके शांतिपूर्ण सभा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार भी शामिल है।
बता दें कि, राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए बांग्लादेश के हिंदू संत चिन्मय प्रभु को मंगलवार को बड़ा झटका लगा है। बांग्लादेश के कोर्ट ने चिन्मय प्रभु की जमानत याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने कहा है कि उन्हें जेल में सभी धार्मिक लाभ दिए जाएं। बताया जा रहा है कि,बांग्लादेश पुलिस ने चिन्मय दास की रिमांड नहीं मांगी, इसलिए उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया गया है।
हजरत शाहजलाल हवाई अड्डे से किया था गिरफ्तार
बता दें कि, चिन्मय प्रभु को 25 नवंबर की दोपहर ढाका के हजरत शाहजलाल हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। अदालत में पेश करते समय चिन्मय दास ने मीडिया से कहा कि बांग्लादेश के हिंदुओं से उनकी अपील है कि वे अपने आंदोलन की प्रक्रिया को योजना के मुताबिक जारी रखें।