लॉस एंजेल्स। भारतीय मूल की कमला हैरिस टेक्सास के बेटो ओ रोके परस्पर समझौता कर मिल जाये तो राष्ट्रपति चुनाव-2020 में मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को हरा कर चुनाव जीत सकते हैं। यह कथन स्टीव बैनन का है, जो 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प के प्रमुख चुनाव अधिकारी रहे हैं। इसके बावजूद यह एक कठिन चुनौती होगी और ट्रम्प को हराना सहज नहीं होगा।
कैलिफ़ोर्निया से सिनेटर कमला हैरिस को बेटो ओ रोके को उपराष्ट्रपति पद स्वीकार करने के लिए राजी करना होगा। स्टीव बैनन ने 'सी एन बी सी' पर एक साक्षात्कार में कहा है कि ट्रम्प के ख़िलाफ़ डेमोक्रेटिक पार्टी के संभावित उम्मीदवारों की भीड़ में पूर्व उप राष्ट्रपति जोइ बिडेन ने हालाँकि चुनाव मैदान में औपचारिक रूप से उतरने की घोषणा नहीं की है, लेकिन वह डेमोक्रेटिक पार्टी के एक सशक्त प्रत्याशी हैं। उनका कहना है कि इस साल पतझड़ के आगमन तक स्थितियाँ और स्पष्ट हो जाएँगी, जब डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रारंभिक चरण में उम्मीदवारों की छटनी होगी। इसके लिए उम्मीदवारों को हैंप्शायर, आयोवा और साउथ कैरोलाइना राज्यों की पहली सीढ़ी पार करना अहम होगा। यहाँ पूर्व विदेश मंत्री और डेमोक्रेटिक पार्टी की 2016 के राष्ट्रपति चुनाव की प्रत्याशी रही हिलेरी क्लिंटन को नज़रंदाज करना ठीक नहीं होगा। कमला हैरिस कैलिफ़ोर्निया में ख़ासी लोकप्रिय हैं।
चुनावी सरगर्मियों के बीच गुरुवार को क्यूनिपिंक यूनिवर्सिटी की ओर से 21 से 25 मार्च के बीच कराए गए एक सर्वे में जोइ बिडेन 29 प्रतिशत अंक ले कर शीर्ष स्थान पर हैं, जबकि वरमोंट से निर्दलीय सिनेटर और डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी के लिए चुनाव मैदान में खड़े बर्नी सैंडर्स 19% अंकों से दूसरे और कमला हैरिस तथा बेटो ओ रोके संयुक्त रूप से 12 प्रतिशत अंकों से तीसरे स्थान पर हैं। सर्वे में कहा गया है कि 53 % मतदाताओं ने रिपब्लिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को फिर से सत्तारूढ़ किए जाने के ख़िलाफ़ मत व्यक्त किया है। फिर भी ट्रम्प के पक्ष में 30 प्रतिशत मतदाता उन्हें फिर से दूसरी टर्म के लिए राष्ट्रपति बनाए जाने को उत्सुक हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के संभावित प्रत्याशियों में बीडेन, बर्नी सैंडर्स और बेटो आयु, नस्ल और जेंडर की भूमिका से ऊपर उठ कर एक दर्जन से अधिक सशक्त प्रत्याशियों में उभर कर सामने आए हैं।