मोदी ने पुतिन को राष्ट्रपति के कार्यकाल संबंधी संविधान संशोधन को लेकर दी बधाई

Update: 2020-07-02 14:11 GMT

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन को देश के उस संविधान संशोधन पर बधाई दी है, जिससे पुतिन के 2036 तक देश के राष्ट्रपति बने रहने का रास्ता साफ हो गया है।

मोदी ने गुरुवार को पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत करते हुए उन्हें नाज़ी जर्मनी पर रूस की विजय की 75वीं वर्षगांठ समारोह के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर भी बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने आशा व्यक्त की है कि दोनों देशों के विशेष रणनीतिक संबंध आने वाले दिनों में और अधिक मजबूत होंगे।

दोनों नेताओं ने इस वर्ष के अंत में भारत में आयोजित होने वाली वार्षिक द्विपक्षीय शिखर वार्ता का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच संपर्क और विचार विमर्श की प्रक्रिया कायम रहेगी। मोदी ने कहा कि वह शिखर वार्ता के लिए पुतिन के आगमन की उत्सुकता पूर्वक प्रतीक्षा कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार, पुतिन ने टेलीफोन करने के लिए मोदी का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा आशा व्यक्त की कि दोनों देशों के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी के साथ सभी क्षेत्रों में सहयोग और मजबूत होगा। दोनों नेताओं ने कोरोना वायरस महामारी से मुकाबला करने के लिए दोनों देशों द्वारा किए जा रहे उपाय का लेखा-जोखा भी लिया। साथ ही उन्होंने महामारी के बाद हालात को दुरुस्त करने के संबंध में और निकट सहयोग पर जोर दिया।

उल्लेखनीय है कि पुतिन दो दशकों से रूस के राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री हैं। रूस के संविधान के अनुसार राष्ट्रपति का कार्यकाल चार साल के लिए होता था और एक व्यक्ति केवल दो बार ही लगातार राष्ट्रपति चुना जा सकता था। इसी प्रावधान के कारण पुतिन को 2 बार के कार्यकाल के बाद राष्ट्रपति पद से हटना पड़ा था तथा दिमित्री मिदेवदेव राष्ट्रपति बने थे। उस समय पुतिन ने प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाला था। बाद में संविधान संशोधन के जरिए राष्ट्रपति का कार्यकाल 6 वर्ष कर दिया गया था। कोई व्यक्ति दो बार यानी 12 वर्ष के लिए राष्ट्रपति बन सकता था। इस प्रकार पुतिन का कार्यकाल 2024 तक जारी रहना था। अब नए संविधान संशोधन पर जनता की मुहर के बाद पुतिन आगे भी दो बार यानी 2036 तक रूस के राष्ट्रपति रह सकते हैं।

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