दिल्ली। पाकिस्तान में कोविड -19 से बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक में, चिकित्सा सुविधाओं और भोजन की कमी के कारण लोगों को गंभीर खतरों का सामना करना पड़ रहा है। चीन के झिंजियांग प्रांत की सीमा वाले क्षेत्र गिलगित-बाल्टिस्तान में पहले से ही 800 से अधिक कोरोना वायरस के मामले हैं, लेकिन संकट से निपटने के लिए कोई चिकित्सा बुनियादी ढांचा नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से पाकिस्तानी मीडिया में आई रिपोर्ट में कहा गया है कि गिलगित-बाल्टिस्तान में केवल दो पुराने मॉडल के वेंटिलेटर हैं और क्षेत्र को संघीय सरकार से कोई चिकित्सा सहायता और आपूर्ति नहीं मिली है। मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉ. अमजद अयूब मिर्जा ने एक ट्वीट में दावा किया कि गिलगित-बाल्टिस्तान में केवल दो वेंटिलेटर हैं।
एस्टोर स्थित एक वकील मोहम्मद बकर मेहेदी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि सरकार धन और दान का उपयोग अपने उद्देश्य के लिए करती है न कि लोगों के कल्याण के लिए। 24 घंटों में 4,688 नए मामले और 82 मौतों के साथ पाकिस्तान में कोरोना के कुल मामलों की संख्या 85,264 हो गई है।
इधर, भारत में कोरोना वायरस संक्रमणों की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। पिछले कुछ दिनों में, जब से सरकार ने लॉकडाउन में छूट की घोषणा की है, मामलों की संख्या रिकॉर्ड गति से बढ़ रही है। बीते 24 घंटों में भारत में कोविड -19 के 10 हजार नए मामलों की पहचान की गई, जो अब तक का सबसे अधिक एक दिन का स्पाइक है। देश में कुल मामलों की संख्या अब 2,26,770 है। अगर यही दर जारी रही, तो कोविड -19 के छठे सबसे बुरी तरह प्रभावित देश इटली से आगे निकलने में भारत को केवल 1 से 2 दिन लगेंगे। इटली में वर्तमान में कोविड -19 के 2,33,836 मामले हैं।