नई दिल्ली। पाकिस्तान ने लाइव स्ट्रीमिंग एप्लिकेशन बिगो पर प्रतिबंध लगा दिया है और वीडियो-शेयरिंग एप टिकटॉक को अपने प्लेटफार्मों पर अश्लील और अनैतिक कंटेंट परोसने को लेकर अंतिम चेतावनी जारी की है। डिजिटल अधिकार समूहों का कहना है कि वे इस प्रतिबंध को चुनौती देंगे क्योंकि वीडियो गेम को सेंसर किए जाने का कोई कानूनी आधार नहीं है। इस महीने के शुरू में लाहौर उच्च न्यायालय में एक नागरिक विविध आवेदन दायर किया गया था, जो टिकटोक पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहा था। याचिकाकर्ता ने कहा कि ऐप "आधुनिक समय की बड़ी शरारत" है और सोशल मीडिया पर अश्लील कंटेंट फैलाने का एक स्रोत बन गया था।
दूरसंचार नियामक पाकिस्तान टेलीकम्युनिकेशन अथॉरिटी (पीटीए) की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, सोशल मीडिया ऐप विशेष रूप से टिकटॉक और बिगो पर अश्लील कंटेंट के खिलाफ समाज के विभिन्न क्षेत्रों से शिकायतें मिली थीं। बयान में कहा गया, "पीटीए ने देश के कानूनी और नैतिक सीमाओं के भीतर सामाजिककरण और कंटेंट को नियंत्रित करने के लिए कानून के तहत पूर्वोक्त सोशल मीडिया कंपनियों को आवश्यक नोटिस जारी किए थे।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने 59 चाइनीज एप्स को बैन कर दिया है, जिसे चीन के खिलाफ डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक भी कहा जा रहा है। सरकार ने इस फैसले से जहां चीन को सख्त संदेश दिया है वहीं भारत में मोटा मुनाफा कमाते हुए यूजर्स डेटा से खिलवाड़ करने वाली कंपनियों को तगड़ा झटका दिया है। टिकटॉक जैसी एप्स के लिए भारत एक बहुत बड़ा बाजार था, जिसके सहारे बाइट डांस जैसी कंपनियां फेसबुक जैसी कंपनियों को टक्कर देने का सपना देख रही थी।
कुछ ही सालों में टिकटॉक ने भारत पर अपनी पकड़ बेहद मजबूत कर ली थी। करोड़ों मोबाइल में एप डाउनलोड से टिकटॉक खूब कमाई भी करने लगा था। अक्टूबर से दिसंबर 2019 के बीच महज तीन महीनों में इस एप से कंपनी को 25 करोड़ रुपए का राजस्व मिला था, जबकि इस साल जुलाई से सितंबर के बीच कंपनी ने 100 करोड़ रुपए रेवेन्यू का लक्ष्य रखा था। एप पर विज्ञापनों के जरिए कंपनी की आमदनी में लगातार इजाफा हो रहा था।