यरुशलम।इजराइल में मंगलवार को संसदीय चुनाव के लिए मतदान किया जाएगा। मतदान की प्रक्रिया से पहले वर्तमान प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई है कि उन्हें फिर से लोगों का विश्वास प्राप्त होगा और वह जीत हासिल करेंगे।
उनके प्रतिस्पर्धियों ने उन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कोरोना के संकट को लेकर जो रणनीति बनाई थी, वह विफल हो गई। हालांकि पिछले सालों में नेतन्याहू की छवि राजनीति में जादूगर के समान रही है। विद्रोहियों ने यह आरोप भी लगाया है कि वह बहुत सफाई के साथ झूठ बोलते हैं। ओपिनियन पोल के अनुसार नेतन्याहू को लाभ मिलने की संभावना अधिक है। साथ ही 15 प्रतिशत मतदाता ऐसे हैं, जिनके वोट अभी भी दुविधाजनक हैं।
इसके साथ-साथ बीमार लोगों के लिए मतदान का अलग से प्रबंध किया गया है। विश्लेषकों का मानना है कि इस बार नेतन्याहू की लिकुड पार्टी 30 सीटों पर ही सिमट जाएगी। साथ ही इस बार फिर से गठबंधन सरकार बनने की संभावना है। महत्वपूर्ण बात यह है कि नेतन्याहू क्या फिर से प्रधानमंत्री बनते हैं।