मॉस्को। रूस ने भारत और चीन के बीच हुए समझौते का स्वागत किया है। साथ ही कहा है कि भारत-चीन सीमा की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा ने कहा है कि वह भारत-चीन की सीमा पर स्थिति की निगरानी जारी रखेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि दोनों अंतरराष्ट्रीय समुदाय के जिम्मेदार सदस्य हैं। साथ ही परस्पर शांतिपूर्ण तरीके से जल्द से जल्द विवादों को सुलझा लेंगे।
उन्होंने कहा कि मॉस्को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच हुए समझौते का स्वागत करता है। दरअसल 25 फरवरी को दोनों देशों के विदेश मंत्रियों बीच बातचीत हुई थी जिसके बाद यह समझौता किया गया। जाखारोवा ने कहा कि विदेशी हस्तक्षेप के बिना बहुस्तरीय तंत्र के मौजूदा ढांचे के भीतर स्थिति को सुलझाने के संकल्प के लिए दोनों पक्षों का सम्मान करते हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल के अप्रैल-मई के महीने से दोनों देशों के बीच एलएसी को लेकर विवाद शुरू हुआ। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख इलाके में मार्च-अप्रैल 2020 में विवाद शुरू हुआ था। पूर्वी लद्दाख के इलाके में चीन के सैनिकों ने घुसपैठ की और तय एलएसी पार की थी। चीन ने उस वक्त इस इलाके से पीछे हटने से मना कर दिया था। दोनों देशों के बीच कई महीने के तनाव के बाद दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों और राजनयिक स्तर की बातचीत हुई। जिसके बाद भारत और चीन दोनों की सेनाएं समझौते पर सहमत हुई और सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू हुई।