तनाव के बीच चीन और पाकिस्तान का ये है सबसे बड़ा झूठ

Update: 2020-09-11 12:00 GMT

बीजिंग। आतंकवाद प्रायोजित करने को लेकर किरकिरी का सामना कर रहे पाकिस्तान का उसके सदाबहार दोस्त चीन ने शुक्रवार को बचाव किया। चीन ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में जबरदस्त बलिदान दिया है।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा, "आतंकवाद एक आम चुनौती है जिसका सभी देश सामना कर रहे हैं। पाकिस्तान ने जबरदस्त प्रयास किया है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कुर्बानी दी है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसकी पहचान कर और उसका आदर करना चाहिए। चीन सभी तरह के आतंकवाद की आलोचना करता है।"

यूएस इंडिया टेररिज्म ज्वाइंट वर्किंग ग्रुप एंड डेस्टिनेशंस डायलॉग में अमेरिका और भारत ने पाकिस्तान को तत्काल, निरंतर और ठोस कार्रवाई की आवश्यकता को रेखांकित किया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उसके नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र का आतंकवादी हमलों के लिए उपयोग नहीं किया जाए।

यूएस-इंडिया काउंटर-टेररिज्म जॉइंट वर्किंग ग्रुप की 17 वीं बैठक और यूएस-इंडिया डेस्टिनेशंस डायलॉग के तीसरे सत्र में, विदेश मंत्रालय के काउंटर-टेररिज्म के संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी और राजदूत नाथन ए. सेल्स, यूएस स्टेट डिपार्टमेंट कॉर्डिनेटर फॉर काउंटर टेररिज्म ने आतंकवाद निरोधी समन्वय पर चर्चा की और दोनों देशों ने मौजूदा व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के इस महत्वपूर्ण तत्व पर करीबी समन्वय जारी रखने का संकल्प लिया।

अमेरिकी के विदेश विभाग की तरफ से जारी प्रेस बयान के मुताबिक, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की तरफ से प्रतिबंधित किए गए आतंकवादी संस्थाओं द्वारा उत्पन्न खतरों पर विचारों का आदान-प्रदान किया और अल-कायदा, आईएसआईएस/ दाएश, लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन समेत सभी आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ ठोस कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।

बयान में कहा गया, दोनों पक्षों ने इस बात को रेखांकित किया कि पाकिस्तान को तत्काल, लगातार और ठीक कार्रवाई की जरूरत है ताकि उनके नियंत्रण वाले क्षेत्रों का आतंकी हमलों के लिए इस्तेमाल न हो और 26/11 मुंबई हमले और पठानकोट समेत अन्य आतंकी घटनाओं में शामिल दोषियों को सजा दिलाकर जल्द इंसाफ किया जाए। वेबिनार के दौरान अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ जनता और भारत के लिए अपने समर्थन को दोहराया।

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